संसद में उठा मुद्दा तो महाराजगंज-अकबरपुर रेल की लाइन की जगी आस

संसद में उठा मुद्दा तो महाराजगंज-अकबरपुर रेल की लाइन की जगी आस

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रिपोर्ट-ओम द्विवेदी(बाबा)

मो-8573856824

कांग्रेस सरकार में महराजगंज, अहोरवा भवानी होते हुए अकबरपुर के लिए 46.9 किलोमीटर लंबी रेल लाइन बिछाने की घोषणा की गई थी, लेकिन सत्ता परिवर्तन के साथ ही सोनिया के सपनों की इस पटरी पर रेल दौड़ने का सपना भी बेपटरी हो गया।

करीब 12 साल बाद संबंधित प्रोजेक्ट पर अमेठी सांसद किशोरी लाल शर्मा ने लंबित रेल लाइन की प्रगति जानने के लिए रिपोर्ट की मांग की और मामला संसद में उठाया तो लोगों में एक बार फिर उम्मीद जगी है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि 2012 में रेल लाइन के सर्वे के बाद केंद्र सरकार ने 286 करोड़ रुपये का बजट पास किया था। दो दिसंबर 2013 को तत्कालीन सांसद सोनिया गांधी ने महराजगंज रायबरेली रोड पर स्थित हनुमान गढ़ी मेला मैदान में विधि-विधान से पूजन कर इस रेलमार्ग का शिलान्यास किया। 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस सत्ता से बाहर हो गई। भाजपा की पूर्ण बहुमत से सरकार बन गई, जिसके बाद रेल लाइन बिछाने का प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में चला गया।

किशोरी लाल शर्मा ने संसद में उठाया मुद्दा

अमेठी से कांग्रेस सांसद किशोरी लाल शर्मा ने संसद में महराजगंज-अहोरवा-अकबरगंज तक रेल ट्रैक बनाने का शिलान्यास होने के करीब 12 साल बीतने के बाद काम की प्रगति जानने के लिए सवाल उठाया। इस योजना के बाबत विभाग के अधिकारी जानकारी न होने की बात कह रहे हैं।

बनने थे चार रेलवे स्टेशन

जानकारों का कहना है कि 46.9 किलोमीटर के बीच चार रेलवे स्टेशन बनने की योजना थी जिनमें लोधवामऊ, महराजगंज, मऊगर्वी, सेमरौता शामिल हैं। इस काम को पूरा करने के लिए तीन साल का समय दिया गया था।

सपा विधायक श्याम सुंदर भारती का कहना है कि रेललाइन न बनने से क्षेत्र का विकास बाधित हुआ है। रेल मार्ग बना होता तो क्षेत्रीय लोगों को इसका लाभ मिलता। इस मामले को लेकर जल्द ही सांसद व नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे।