कानपुर ACP रहे मोहसिन खान सस्पेंड, IIT छात्रा ने डीजीपी को भेजा था लेटर, लिखा था - उसने मेरे साथ...

कानपुर ACP रहे मोहसिन खान सस्पेंड, IIT छात्रा ने डीजीपी को भेजा था लेटर, लिखा था - उसने मेरे साथ...

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उत्तर प्रदेश के कानपुर के एसीपी रहे मोहसिन खान सस्पेंड किया गया. उन पर कानपुर IIT की पीएचडी स्कॉलर से रेप का आरोप है. तीन महीने पहले 12 दिसंबर 2024 को छात्रा ने एसीपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी.

उसके बाद ACP मोहसिन को लाइन अटैच किया गया था. बीते सात दिन पहले पीड़िता ने डीजीपी प्रशांत कुमार को एक शिकायती पत्र भी लिखा था. जिसमें उसने आरोप लगाया था कि वर्दी वाला होने की वजह से उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही. अब पुलिस कमिश्नर की रिपोर्ट के आधार पर निलंबन किया गया.

गौरतलब है कि 7 दिन पहले पीड़ित छात्रा ने DGP प्रशांत कुमार को लेटर लिखा था. इसमें लिखा था- आरोपी खाकी वर्दी वाला है. इस वजह से उसकी अरेस्टिंग नहीं की गई. उसके खिलाफ कोई विभागीय एक्शन नहीं लिया गया. उसने हाईकोर्ट से गिरफ्तार और चार्जशीट पर स्टे ले लिया. छात्रा ने कहा था कि- मैं अंतिम दम तक लड़ाई जारी रखूंगी, आरोपी को सजा दिलाकर रहूंगी. आरोपी ACP की वजह से मेरा करियर ही नहीं प्रभावित हुआ, बल्कि मुझे मानसिक अवसाद से गुजरना पड़ रहा है. 20 मार्च को सुनवाई है. मैं अपना पक्ष मजबूती से रखूंगी, ताकि अरेस्टिंग और चार्जशीट पर स्टे को खारिज कराया जा सके.

छात्रा ने कब दर्ज कराई थी शिकायत
छात्रा ने 12 दिसंबर 2024 को कल्याणपुर थाने में ACP मोहसिन के खिलाफ केस दर्ज कराया था. जिसमें लिखा था कि उसने मेरे साथ धोखा किया. छात्रा ने कहा कि मोहसिन उसके गाइड में पीएचडी करना चाहता और उनकी मुलाकात आईआईटी कानपुर में हुई थी. उसके बाद कानपुर आईआईटी में एडमिशन लिया और बताया कि मैं शादीशुदा नहीं हूं. फिर छात्रा को प्रेम जाल में फंसाकर शारीरिक शोषण किया. बाद में जब शादीशुदा होने का पता चला, तो यह कह दिया कि वह अपनी पत्नी से अलग होने वाला है, लेकिन इसी बीच उसके पिता बनने की खबर से पता चला कि वह झूठ बोल रहा है. जिसके बाद पीड़िता ने एसीपी के खिलाफ केस दर्ज कराया था.

पहले भी रह चुके हैं विवादित
मोहसिन खान मूल रूप से लखनऊ के रहने वाले हैं. साल 2013 के पीपीएस ऑफिसर हैं. 1 जुलाई साल 2015 में पुलिस सर्विस ज्वॉइन की थी. वह आगरा और अलीगढ़ में भी तीन-तीन साल तैनात रहे. जिसके बाद दिसंबर 2023 में कानपुर में तैनात किए गए थे. बता दें कि, विवादों से मोहसिन का पुराना नाता रहा है. उन्हें आगरा में ताज की सुरक्षा का जिम्मा दिया गया था. उस दौरान उन पर कमीशन खोरी का आरोप भी लगा था. जिसके बाद उन्हें वहां से हटा दिया गया था.