जिसने दिया दर्द, उसी पर फिदा हो गई लेडी कांस्टेबल, रचा ऐसा खेल, कांप गई पुलिस

जिसने दिया दर्द, उसी पर फिदा हो गई लेडी कांस्टेबल, रचा ऐसा खेल, कांप गई पुलिस

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सब इंस्पेक्टर दीपांकर गौतम की कार से कुचलकर हत्या करने वाली कॉन्स्टेबल पल्लवी सोलंकी और उसके प्रेमी करण ठाकुर को लेकर नए खुलासे हो रहे हैं. पूछताछ में सामने आया कि लेडी कांस्टेबल पल्लवी सोलंकी को उसके प्रेमी करण ठाकुर ने ही बेइंतहा दर्द दिया था.

उसकी जान लेने की भी कोशिश की थी लेकिन पल्लवी का दिल उसी के लिए धड़कता था. यहां तक कि पल्लवी पर जानलेवा हमल करने के चलते करण जेल भी गया था. करण के जेल जाने के बाद पल्लवी की पुलिस विभाग में नौकरी लग गई और वह अपनी नौकरी में बिजी हो गई. इसी बीच उसकी मुलाकात SI दीपांकर गौतम से हुई. दीपांकर भी शादीशुदा था लेकिन वह अकेले रहता था. उसकी पत्नी यूपी में सरकारी टीचर है. दोनों में प्यार हो गया. जब करण जेल से बाहर आया तो पल्लवी से संपर्क किया. पल्लवी फिर से करण के करीब आने लगी.

करीब तीन महीने पहले करण धार के निसरपुर चौकी इलाके के अपने गांव नर्मदानगर से राजगढ़ के पचोर पल्लवी के पास आ गया. वह पल्लवी के साथ ही उसके थाना परिसर स्थित सरकारी आवास में रहने लगा. कभी 10 दिन तो कभी 15 दिन साथ रहता, फिर वापस लौट जाता था. पल्लवी की कार से घूमता रहता था. करण के आने के बाद भी पल्लवी और दीपांकर एकदूसरे से मिलते-जुलते रहे. जल्द ही करण को पल्लवी के दीपांकर के साथ अफेयर की भनक लग गई.

4 सितंबर से हुई थी विवाद की शुरुआत
पूछताछ में सामने आया कि विवाद की शुरुआत 4 सितंबर से हुई थी. 4 सितंबर को पचोर में किसानों ने सोयाबीन के दामों में बढ़ोतरी को लेकर प्रदर्शन किया था. एसआई दीपांकर की ड्यूटी खत्म होने के बाद पल्लवी से मिलने उसके सरकारी आवास पर गया 

. दोनों बातचीत कर ही रहे थे कि अचानक करण ठाकुर वहां आ गया. करण को देखते ही दीपांकर ने पूछा- तुम कौन. इस पर करण ने जवाब देते हुए कहा कि वह पल्लवी का पति है. दीपांकर ने कहा कि पल्लवी ने शादी के बारे में तो कभी बताया ही नहीं. यहीं पहली मौका था जब करण और दीपांकर का आमना-सामना हुआ. दोनों के बीच हॉट टॉक हुई.

पल्लवी बीच-बचाव करने आई तो करण ने पीट दिया. दीपांकर और करण के बीच हाथापाई हुई. दीपांकर ने पल्लवी के पिता को फोन लगाकर पूरा घटनाक्रम बताया और ब्यावरा वापस लौट गया. अगले दिन पल्लवी खुद दीपांकर से मिलने ब्यावरा पहुंची थी. दीपांकर से माफी मांगी और कहा कि करण उसके पीछे पड़ा है. यह भी बताया कि तीन साल करण ने उस पर जानलेवा हमला किया था.

10 सितंबर को पल्लवी ने दीपांकर को मिलने बुलाया
इधर, करण दीपांकर से खफा था क्योंकि उसने पल्लवी से अफेयर और मारपीट की बात उसके पिता को बता दी थी. आए दिन तीनों में विवाद होने लगे. रोज-रोज के विवाद को खत्म करने के लिए तीनों ब्यावरा पहुंचे. करण और दीपांकर में एक बार फिर से विवाद हुआ. फिर तो करण ने सब इंस्पेक्टर दीपांकर गौतम का मर्डर करने का प्लान बनाया. 10 सितंबर की दोपहर करण राजगढ़ के पचोर से कॉन्स्टेबल पल्लवी सोलंकी को साथ लेकर उसकी कार से ब्यावरा आया. पचोर से निकलने से पहले उसने दीपांकर को कॉल किया और ब्यावरा आने को कहा. फिर पल्लवी ने एसआई दीपांकर को कॉल किया.

दीपांकर ने जैसे ही हां कहा दोनों कार लेकर ब्यावरा आए. देहात थाने से कुछ दूर पेट्रोल पंप के पास दीपांकर बाइक लेकर पहुंचा. तीनों कार में बैठकर बातचीत करने लगे लेकिन विवाद हो गया और मारपीट की नौबत आ गई. करण आपा खो बैठा और दीपांकर को मारने के लिए कार से नीचे उतरा. दीपांकर मौका भांपकर वहां से निकला और गुस्से में बोला कि देहात थाने में शिकायत करूंगा. बाइक से दीपांकर देहात थाने की ओर निकल गया. रास्ते से ही उसने अपने दोस्त को कॉल कर पूरी घटना बताई और उसे मदद के लिए बुलाया.

लेडी कॉन्स्टेबल और करण ने मिलकर प्लान बनाया और एसआई दीपांकर की कार से कुचलकर हत्या कर दी. हत्या करने के बाद दोनों थाने पहुंच गए और एक्सीडेंट की झूठी कहानी गढ़ते हुए सरेंडर कर दिया. घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने के बाद झूठ का पर्दाफाश हुआ. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.