रायबरेली-घोरवारा गांव में ग्रामीणों को ना मिल रही लाइट ना गांव में मिल रही स्वच्छता बजबजा रही नालियाँ

रायबरेली-घोरवारा गांव में ग्रामीणों को ना मिल रही लाइट ना गांव में मिल रही स्वच्छता बजबजा रही नालियाँ

-:विज्ञापन:-



घोरवारा गांव में फैली अव्यवस्था: जिम्मेदार कौन?

रायबरेली जिले के डलमऊ क्षेत्र का घोरवारा गांव इस समय गंभीर समस्याओं से जूझ रहा है। गांव में न तो बिजली की लाइट की उचित व्यवस्था है और न ही स्वच्छता पर ध्यान दिया जा रहा है।

लाइट की समस्या
गांव की गलियों और सड़कों पर अंधेरा पसरा रहता है। रात के समय ग्रामीणों को आवाजाही में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। अंधेरे का फायदा उठाकर असामाजिक तत्व भी सक्रिय हो जाते हैं, जिससे सुरक्षा को लेकर लोग चिंतित हैं।

 स्वच्छता की लापरवाही
गांव के कई हिस्सों में कूड़े के ढेर और गंदगी फैली हुई है। नालियां जाम हैं, जिससे पानी रुककर मच्छरों का अड्डा बन रहा है। इससे डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।

 ग्रामीणों की नाराजगी
ग्रामीणों का कहना है कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव और जिम्मेदार अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। प्रशासन की उदासीनता से लोगों में भारी आक्रोश है।

ग्रामीणों की मांग
गांव के लोग प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

सड़कों और गलियों में स्ट्रीट लाइट लगाई जाएं

गांव में साफ-सफाई अभियान चलाया जाए

नालियों की सफाई कराई जाए


 सवाल यह है कि घोरवारा गांव की इस अव्यवस्था का जिम्मेदार कौन है और आखिर कब तक ग्रामीण अंधेरे और गंदगी के बीच जीने को मजबूर रहेंगे?