रायबरेली-महाराजा अग्रसेन पब्लिक स्कूल में मनाया गया महाराजा अग्रसेन की जयंती

रायबरेली-महाराजा अग्रसेन  पब्लिक स्कूल में मनाया गया महाराजा अग्रसेन की जयंती

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रिपोर्ट- चंद्रकेश मौर्य


महाराज अग्रसेन ने नागलोक के राजा कुमद के यहां आयोजित स्वंयवर में भाग लिया था। यहां पर इंद्रलोक के राजा इंद्र भी राजकुमारी माधवी से विवाह करने की इच्छा से उपस्थित हुए थे। रन्तु माधवी द्वारा श्री अग्रसेन का वरण करने से इंद्र कुपित होकर स्वंयवर स्थल से चले गए थे। इस विवाह से नाग एवं आर्य कुल का नया गठबंधन हुआ था।
 
6. इंद्र ने बाद में प्रताप नगर में वर्षा करने का आदेश दिया जिसके चलते भयंकर अकाल पड़ गया। तब महाराज अग्रसेन और शूरसेन ने अपने दिव्य शस्त्रों का संधान कर इन्द्र से युद्ध कर प्रतापनगर को इस विपत्ति से बचाया था। बाद में महाराज ने महालक्ष्मी का तप किया। अग्रसेन की अविचल तपस्या से महालक्ष्मी प्रकट हुई एवं वरदान दिया कि तुम्हारे सभी मनोरथ सिद्ध होंगे और मंगल ही मंगल होगा। बाद में अग्रसेनजी ने माता को इंद्र की समस्या से अवगत भी कराया तो माता ने सलाह दी कि तुम्हें कूटनीति अपनाकर अपी शक्ति बढ़ाना होगी। इसके लिए तुम कोलापुर के राजा की पुत्री राजकुमारी सुन्दरावती का वरण कर लो। इससे कोलापुर नरेश महीरथ की श