रायबरेली-म्रतक हरीओम के परिवार को प्रदेश सरकार नें 13 लाख 55 हजार रुपए से अधिक की दी आर्थिक सहायता

रायबरेली-म्रतक हरीओम के परिवार को प्रदेश सरकार नें 13 लाख 55 हजार रुपए से अधिक की दी आर्थिक सहायता

-:विज्ञापन:-



     रिपोर्ट-सागर तिवारी


 ऊंचाहार-रायबरेली-ईश्वरदासपुर रेलवे ट्रैक के किनारे 2 अक्टूबर को हरिओम वाल्मीकि का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला था। उसे भीड़ ने पीट–पीट कर हत्या कर कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अबतक 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।इसी क्रम में, शनिवार को भाजपा सरकार के कैबिनेट मंत्री राकेश सचान (प्रभारी मंत्री रायबरेली) और राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार (समाज कल्याण विभाग) असीम अरुण ने ऊंचाहार विधायक मनोज कुमार पांडे के साथ मृतक हरिओम की पत्नी संगीता और उनके परिवार से ऊंचाहार के नई बस्ती पहुंचकर मुलाकात की। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा स्वीकृत पत्र और सहायता राशि के चेक वितरित किए। इस अवसर पर विधायक मनोज कुमार पांडे ने सरकार और जिला प्रशासन का आभार व्यक्त करते हुए परिवार को भविष्य में भी हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
ऊंचाहार निवासी मृतक हरिओम वाल्मीकि मूल रूप से फतेहपुर जनपद के तारावती का पुरवा कोतवाली नगर के रहने वाले थे और वह अनुसूचित जाति से थे और ऊंचाहार में ससुराल आते वक्त उत्पीड़न का शिकार हुए , उनके आश्रितों को विभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत कुल 13 लाख 55 हजार रुपए से अधिक की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है। इस सहायता राशि में उनकी पत्नी, बेटी और पिता को मिलने वाली राशि भी शामिल है।हरिओम की पत्नी श्रीमती संगीता को कुल 6 लाख 92 हजार 500 रुपए की एकमुश्त सहायता स्वीकृत की गई है। इसमें अनुसूचित जाति उत्पीड़न पीड़ितों को मिलने वाली सहायता के तहत 4 लाख 12 हजार 500 रुपए शामिल हैं, जो एफआईआर/पोस्टमॉर्टम और आरोप पत्र दाखिल होने पर 50-50 प्रतिशत के रूप में दिए गए।इसके अतिरिक्त, उन्हें 'मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष' से 2 लाख 50 हजार रुपए की राशि भी मिली है। श्रीमती संगीता को प्रतिमाह 8 हजार 500 रुपए की पेंशन भी मिलेगी, जिसमें विधवा पेंशन और अनुमेय महंगाई भत्ता शामिल है।
स्वर्गीय हरिओम के पिता गंगादीन, जो फतेहपुर के निवासी हैं, को भी कुल 6 लाख 62 हजार 500 रुपए की वित्तीय सहायता प्रदान की गई है।इसमें अनुसूचित जाति उत्पीड़न पीड़ितों को सहायता योजना के तहत 4 लाख 12 हजार 500 रुपए और 'मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष' से 2 लाख 50 हजार रुपए शामिल हैं। यह राशि भी एफआईआर/पोस्टमॉर्टम और आरोप पत्र दाखिल होने पर 50-50 प्रतिशत के रूप में स्वीकृत की गई है।मंत्रियों ने परिजनों को आश्वासन दिया कि सरकार दुख की इस घड़ी में उनके साथ है और उन्हें हर संभव सहायता दी जाएगी।
इस दौरान ऊंचाहार विधायक मनोज पाण्डेय ने परिजनों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलवाने की बात कही और उन्हें लेकर लखनऊ के लिए रवाना हुए। उम्मीद की जा रही है कि मुख्यमंत्री स्वयं पीड़ित परिवार से मिलकर संवेदना प्रकट करेंगे और आगे की मदद की रूपरेखा तय करेंगे।
मंत्रियों ने स्थानीय प्रशासन को निर्देशित किया कि मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए
इस मौके पर प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और समाजसेवी भी मौजूद रहे।