रायबरेली-एनटीपीसी के जीवन ज्योति चिकित्सालय में स्टाफ नर्स वा सफाई कर्मचारियों का ठेकेदार जमकर कर रहे है शोषण

रायबरेली-एनटीपीसी के जीवन ज्योति चिकित्सालय में स्टाफ नर्स वा सफाई कर्मचारियों का ठेकेदार  जमकर कर रहे है शोषण

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रिपोर्ट-सागर तिवारी
मो-8742935637



ऊंचाहार-रायबरेली- एनटीपीसी के अंतर्गत जीवन ज्योति चिकित्सालय में पैरामेडिकल के अंतर्गत स्टाफ नर्स ,ड्रेसर,और सफाई कर्मचारियों का ठेकेदार कंपनियों द्वारा जमकर शोषण किया जा रहा है और शिकायत करने पर निकालने की धमकी भी दी जा रही है। जानकारी के मुताबिक अभी तक एनटीपीसी के विभिन्न विभागों में श्रमिकों के शोषण का मामला सामने आता रहा है ।लेकिन अब सबसे महत्वपूर्ण स्वास्थ्य विभाग में भी भ्रष्टाचार कर कर्मचारियों का पैसा हड़पने का मामला सामने आया है ।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार स्टाफ नर्स कर्मचारियों का अब 30 दिन के बजाय केवल 20 या 21 दिनों का ही वेतन दिया जाएगा इसके अलावा राष्ट्रीय अवकाश सरकारी अवकाश व मासिक अवकाश नहीं दिया जाएगा। इसके अलावा उन लोगों को दिए जाने वाले विभिन्न प्रकार के अलाउंस जैसे शिफ्ट एलाउंस वाशिंग अलाउंस सहित अन्य अलाउंस भी नहीं दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त ड्रेसर भी  18 दिनों की ड्यूटी दे दिया जाएगा इसके अतिरिक्त सबसे बुरा हाल सफाई कर्मचारियों का है जिन्हें केवल 14 दिनों का वेतन ही दिया जाएगा।नाम ना छापने की शर्त पर बताते हुए एक कर्मचारी ने कहा एनटीपीसी अस्पताल प्रबंधन यूपीएल की मिलीभगत से पैरामेडिकल स्टाफ का अक्टूबर 2022 में 21 दिनों का वेतन जून 2022 में चार दिनों का 8 सितंबर का ₹45 00ठेकेदार कंपनियों द्वारा गबन कर लिया गया है। एनटीपीसी प्रबंधन व यूपीएल सीधे तौर पर दोषी पाए जा रहे है। उनसे यदि पूछा जाए कि अक्टूबर में 21 जून दिनों का वेतन काटा गया है क्या उतने  दिन हॉस्पिटल बंद था यदि नहीं बंद था तो टेंडर ना होने पर कर्मचारी किस प्रकार से दोषी है। और उस 21 दिन का वेतन भुगतान क्यों नहीं किया जा रहा है। इससे भी उलट अब कर्मचारियों से कहा जा रहा है कुल 15 स्टाफ की जगह है और वर्तमान में 18 स्टाफ है सवाल ये उठता है कि यदि 15 कर्मचारियों की जगह है तो 18 स्टाफ क्यों रखा गया है उसका जिम्मेदार क्या वह 15 लोग हैं या एनटीपीसी प्रबंधन है। एनटीपीसी में लगातार हो रहे श्रमिकों के शोषण को लेकर क्षेत्रीय विधायक ने डॉ मनोज कुमार पांडे ने कहा है कि वह जल्द ही इस विषय को विधानसभा के पटल पर रखकर मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाने का कार्य करेंगे इसके अलावा वह पत्र लिखकर भारत सरकार के सब मंत्री को भी अवगत कराएंगे। इसके अलावा श्रमिक नेता अरविंद सिंह राठौर ने भी इस मामले को उठाने की बात कही है।