रायबरेली-नहर में पानी की जगह झाड़ झंखाड़, सफाई व पानी छोड़े जाने को किसानों ने एसडीएम से लगाई गुहार,,,,,

रायबरेली-नहर में पानी की जगह झाड़ झंखाड़, सफाई व पानी छोड़े जाने को किसानों ने एसडीएम से लगाई गुहार,,,,,

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रिपोर्ट-सागर तिवारी

ऊंचाहार-रायबरेली: फसलों की सिंचाई के लिए डलमऊ पंप कैनाल के ऊंचाहार रजबहा से गुलरिहा होकर नजनपुर तक जाती है। कई सालों से सूखी यह नहर किसानों के लिए अभिशाप बनकर रह गई है। नहर से सटे हुए लगभग 20 गांवों के पांच हजार किसानों को सिंचाई के लिए अन्य विकल्पों की तलाश करनी पड़ रही है। किसानों ने सिंचाई विभाग से नहर की सफाई कराकर टेल तक पानी पहुंचाने की मांग की है।
     डलमऊ पंप कैनाल ऊंचाहार रजबहा से गुलरिहा गांव के पास नजनपुर माइनर निकली हुई है। उक्त नहर झाड़ झंखाड़ से पटी हुई है। यह स्थिति वर्ष 2020 से बनी हुई है। हैरानी यह है कि इस नहर की सफाई के नाम पर प्रतिवर्ष सिंचाई विभाग व ग्राम पंचायतें पांच लाख रुपए खर्च करती हैं। फिर भी स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है। यह माइनर गांव समेत कई जगह अतिक्रमण का शिकार भी हो गई है। वर्ष 2018 में सिंचाई विभाग के दखल के बाद ग्राम पंचायतों द्वारा मनरेगा विभाग से साफ सफाई कराई गई थी। इसके बाद जिम्मेदार खाना पूर्ति करते चले आ रहे हैं। करीब तीन सालों से इस माइनर में आज तक नहर का एक बूंद पानी भी नहीं पहुंचा। अन्नदाताओं को जहां धान की अंतिम सिंचाई की जरूरत है, वहीं आलू, तोइया, सरसों, मटर की बुवाई के लिए खेतों की सिंचाई को पानी की जरूरत है। ऐसे में यदि रजबहा में पानी भी आ जाए तो यह माइनर सूखी ही रहती है। गांव के प्रदीप कुमार, शशिधर, राजेश कुमार, रमेश कुमार गुप्ता, श्रीभगवान शुक्ल, बबलू शुक्ल, घनश्याम त्रिपाठी, राम अधीन यादव, अमर बहादुर यादव ने सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता से फोन काल के जरिए व पत्र भेज नहर के अतिक्रमण हटाने व सफाई कराए जाने की मांग की है। सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता हेमंत कुमार वर्मा ने ने बताया कि उक्त नहर में पानी छोड़ा गया है। जल्द ही टेल तक पानी पहुंच जाएगा। नहरों की सफाई के लिए कार्य योजना तैयार है,15 अक्टूबर से 15 दिसंबर तक सभी नहरों की सफाई कराई जाएगी।