रायबरेली-अरखा ऐश डाइक पर लम्बे समय से चलनरहा है राख ओवरलोडिंग का गोरखधंधा,जिम्मेदार बेखबर,,,

रायबरेली-अरखा ऐश डाइक पर लम्बे समय से चलनरहा है राख ओवरलोडिंग का गोरखधंधा,जिम्मेदार बेखबर,,,

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रिपोर्ट-सागर तिवारी 

ऊंचाहार-रायबरेली रायबरेली। सूबे में महन्त योगी आदित्यनाथ की सरकार बनी तो लोगों में उम्मीद बढ़ी। मुख्त्रीमंत्री योगी आदित्यनाथ के भ्रष्टचार के विरुद्ध बैक टू बैक कार्यवाही से जहां लोगों में उम्मीद बढ़ी थी। लेकिन दुर्भाग्य की रायबरेली के ऊंचाहार स्थित अरखा ऐश डाइक पर इसका कोई असर नही है। मुख्यमंत्री का भ्रष्टचार के खिलाफ कार्यवाही भाले ही यहां मात्र कागजों पर हो लेकिन हकीकत कुछ और बयां करती है । अरखा ऐश डाइक पर राख ओवरलोडिंग मुख्यमंत्री की जीरो टॉलरेंस नीति को मुंह चिढ़ा रहा है। 
 अरखा ऐश डाइक पर लम्बे समय से राख ओवरलोडिंग का गोरखधंधा चालू है।  एनटीपीसी प्रबन्धन समेत पुलिस और आरटीओ मामले में अंजान बने हैं। जबकि छिटपुट वाहनों पर सीजिंग की कार्यवाही करके विभाग अपनी पीठ थपथपा रहा है।
          दरअसल एनटीपीसी में बिजली उत्पादन के कोयले का उपयोग होता है। जिसका राख निस्तारण केन्द्र अरखा बनाया गया है। जो पाईप लाईन के जरिए अरखा स्थित ऐश डाइक पर निस्तारित की जाती है। इसी ऐश डाइक पर दशकों से ट्रकों में राख की ओवरलोडिंग की जा रही है। वर्षों से यह ओवरलोडिंग धड़ल्ले से की जा रही है। राजस्व को इतनी बड़ी हानि के बाद भी आरटीओ मामले में संजीदा नहीं है। ट्रकों में राख ओवरलोडिंग मामले में स्थानीय प्रशासन भी गम्भीर नहीं है। उधर योगी आदित्यनाथ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत भ्रष्टाचारियों पर कार्यवाही का चाबुक चलाने का ढिंढोरा पीट रहे हैं। इस बावत एआरटीओ से फोन कर जानकारी का प्रयास किया गया तो उन्होंने नहीं रिसीव किया।