रायबरेली-आखिर ऐसा कौन सा बडा घोटाला हुआ ऊंचाहार देहात में जो आ गई चांज, या सिर्फ है खाना पूर्ती,,,,,,?

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रिपोर्ट-सागर तिवारी 

ऊंचाहार-रायबरेली-ग्राम पंचायत में विकास कार्य में हुए लाखों रुपए के घोटाले की शिकायत के बाद मौके पर पहुंची  टीम ने जांच शुरू की है। गौरतलब है कि गांव निवासी राहुल यादव ने ग्राम पंचायत में कराए गए विभिन्न कार्यों में प्रधान द्वारा करीब 72 लाख रुपए के फर्जी भुगतान लेने का आरोप लगाते हुए अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास से शिकायत के थी। शिकायत में आरोप लगाया गया था कि प्रधान धनराज यादव ने विगत डेढ़ साल में मनरेगा के अंतर्गत इंटरलॉकिंग, तालाब व नाली निर्माण आदि में अनियमितता की। जिसमें मानकों की अनदेखी कर के लाखों रुपए का गोलमाल किया गया है। यही नहीं प्रधान ने आवास योजना के तहत लाभार्थियों से 25-25 हजार रुपए की अवैध वसूली की है। राज्य वित्त से हैंडपंप मरम्मत के नाम पर फर्जी बिल बाउचर के जरिए लाखों रुपए निकाल लिया। इस मद में ग्राम पंचायत अधिकारी की सांठगांठ से 28 लाख रुपए की हेराफेरी की है।इसके पहले वर्ष 2014-19 तक मनरेगा में 28 लाख का घोटाला किया था। शिकायत के बाद ग्राम्य विकास आयुक्त के निर्देश पर जिला स्तर से गठित टीम गुरुवार को गांव पहुंची और विभिन्न कार्यों की नाप जोख की। टीम का नेतृत्व मनरेगा सेल टीएसी के अधिशासी अभियंता महेंद्र कुमार सिंह कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि शिकायती पत्र के आधार पर ग्राम पंचायत ऊंचाहार देहात के विकास कार्यों की जांच की जा रही है। रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी। इसके पहले जांच टीम के गांव पहुंच ने पर लोगों में हड़कंप मच गया।