दुर्गा पूजा समितियां एवं रामलीला समितियां के पदाधिकारी को जिला प्रशासन से की मुलाकात

दुर्गा पूजा समितियां एवं रामलीला समितियां के पदाधिकारी को जिला प्रशासन से की मुलाकात
दुर्गा पूजा समितियां एवं रामलीला समितियां के पदाधिकारी को जिला प्रशासन से की मुलाकात

-:विज्ञापन:-

रिपोर्ट-राहुल मिश्रा


नवरात्रि का त्योहार समस्त हिंदू समाज बड़े ही हर्षोल्लास और उमंग के साथ सदियों से मानता आ रहा है | नवरात्रि पर संपूर्ण देश में विभिन्न स्थानों पर मां दुर्गा की मूर्तियां पंडाल में सजाने की परंपरा है जिसका विसर्जन विजयदशमी के दिन किया जाता है | 

रायबरेली जिले में भी विभिन्न स्थानों पर श्रद्धालु मां दुर्गा का पंडाल वर्षों से सजाते आए हैं साथ ही विभिन्न स्थानों पर रामलीला का मंचन होता आया है |
 इस वर्ष प्रदेश के लोकप्रिय सरकार को बदनाम करने एवं हिंदू समाज को विशेष रूप से प्रताड़ित करने के उद्देश्य से रायबरेली जिला प्रशासन द्वारा बड़ी संख्या में दुर्गा पूजा समितियां एवं रामलीला समितियां के पदाधिकारी को प्रशासन द्वारा 107/16 (शांति भंग की आशंका) में पाबंद कर दिया गया है| इन लोगों को रात 12:00 बजे घरों से उठाकर पुलिस द्वारा नोटिस तामील की गई | श्रद्धालु दहशत में है उनका एकमात्र अपराध यही है कि उन्होंने हिंदू धर्म में अपनी प्रगाढ़ आस्था के चलते मां दुर्गा की मूर्तियां स्थापित करने एवं प्रभु श्री राम की लीला का मंचन करने का दुस्साहस किया, जो वे अनेक वर्षों से करते आए थे परंतु इस वर्ष उनको अराजक तत्व घोषित करते हुए उन्हें प्रशासन द्वारा अपराधी घोषित कर दिया | इससे समस्त हिन्दू समाज उद्वेलित है।
प्रशासन से वार्ता करने पर अधिकारियों का जवाब था कि यह सरकार का आदेश है। यदि सरकार प्रदेश में शांति और कानून व्यवस्था कायम करना चाहती है तो क्या अधिकारी इसकी आड़ ले कर वर्षों से जो दुर्गा पूजा पंडाल और रामलीला का मंचन करती आई है उनके पदाधिकारी को प्रताड़ित कर सरकार को बदनाम करना नहीं है ? 
क्या यह कार्यवाही हिंदू समाज को अपने धार्मिक आयोजनों से प्रशासन द्वारा दहशत फैलाकर उनको धर्म से विमुख करने की गहरी साजिश तो नहीं है ?
 वर्षों से शांति और सद्भाव से होती आई दुर्गा पूजा और रामलीलाओं पर कुछ अधिकारियों द्वारा माहौल को अशांत करने का प्रयास किया गया है।

शंखनाद परिवार मांग करता है की

१: समस्त दुर्गा पूजा समितियां एवं रामलीला कमेटियों के पदाधिकारी पर दर्ज 107/16 की नोटिस की जारी नोटिसो को पुनर्विवेचना कर अभिलंब रद्द कर वापस लिया जाए और सभी का नाम इस सूची से बाहर किया जाए।
२: जिन अधिकारियों ने सरकार को बदनाम करने की साजिश रची है साथ ही नगर के शांत माहौल को अशांत करने का प्रयास किया गया है उनकी जांच कर कर दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए |

 यदि 48 घंटे में पूजा समितियां एवं रामलीला कमेटी के पदाधिकारी पर की गई कार्यवाही प्रशासन द्वारा वापस नहीं ली जाती है तो शंखनाद परिवार समस्त दुर्गा पूजा समितियां रामलीला कमेटियों और हिंदू संगठनों के साथ जिला केंद्र का घेराव और प्रदर्शन करेगा |


शंखनाद संयोजक मुनीश अग्रवाल सहित सत्यप्रकाश पाण्डेय, धर्मेंद्र वर्मा, अजय गुप्ता, गुरजीत सिंह तनेजा, विमल बाजपाई, दीपेंद्र सिंह, करनदीप सिंह मोंगा, सुरजीत कुशवाहा, रमेश कुशवाहा, दीपू, जीतू, सनी, शिवकुमार गुप्ता, विकास, राहुल,गजानंद गुप्ता,  गोविंद, सजीवन, राजन, संजय, अंकित विश्वकर्मा, दिनेश विश्वकर्मा, उदय नारायण गुप्ता, शिवम शर्मा, कृष्णमणि शर्मा, विनय गुप्ता, सुरेश गुप्ता, नितिन विश्वकर्मा, श्याम बाबू सैनी ज्ञापन देने में उपस्थित रहे।