रायबरेली-जर्जर आवास में रहते है क्षेत्र में विकास की जिम्मेदारी उठाने वाले

रायबरेली-जर्जर आवास में रहते है क्षेत्र में विकास की जिम्मेदारी उठाने वाले

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   रिपोर्ट-सागर तिवारी

ऊंचाहार - रायबरेली - ब्लॉक मुख्यालय के परिसर में करीब 50 वर्ष पूर्व बने अधिकारियों व कर्मचारियों के आवास अब जर्जर अवस्था में पहुंच गए हैं। दीवारों में दरारें आने के साथ इनकी छतों से पानी टपकाने लगा है। छतों  सरिया दिखने लगी हैं। इनमें अधिकांश आवास गिरने की कगार पर पहुंच हैं। अधिकारी व कर्मचारी किराए के भवन में रहने को मजबूर हैं। अधिकारियों को सूचना देने के बाद भी इसपर की ध्यान नहीं दे रहे हैं।

      विकास का कार्य देखने के लिए बीडीओ समेत सहायक विकास अधिकारी (पंचायत), सचिवों सहित अन्य कर्मचारियों के रहने के लिए वर्ष 1974 में ब्लाक परिसर में ही आवासीय भवनों का निर्माण कराया गया था। इन्हीं आवासों में रहकर - अधिकारी व कर्मचारी ग्राम प्रधानों व प्रतिनिधियों समेत ग्रामीणों का दिन भर सरकारी कामकाज निपटाते हैं। पूरे विकास खण्ड में 54 ग्राम पंचायत हैं। ब्लॉक परिसर में बने आवासों की समय-समय पर मरम्मत न होने के कारण अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए बने सभी एक दर्जन आवास जर्जर हो गए हैं। मजबूरन ब्लाक कर्मचारियों को बीते करीब दस वर्षों से रात्रि के समय आवास छोड़कर कस्बे में किराए के मकानों में रहना पड़ता है। इन सभी आवासीय भवनों की छतों व दीवारों से प्लास्टर टूट कर गिर रहा है। फर्श और शौचालय भी पूरी तरह से ध्वस्त हो चुके हैं। बारिश के दिनों में इन भवनों की छतों से पानी भी टपकता है।
बीडीओ कामरान नेमानी का कहना है कि जर्जर आवासों की समस्या से पूर्व में भी उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है। बजट मिलते ही निर्माण व मरम्मत कराई जाएगी।