रायबरेली-आध्यात्मिक चेतना और शारीरिक स्वास्थ में संगीत लाभकारी - डा . राजेश यादव

रायबरेली-आध्यात्मिक चेतना और शारीरिक स्वास्थ में संगीत लाभकारी - डा . राजेश यादव

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      रिपोर्ट-सागर तिवारी


- राजकीय पीजी कालेज में संगीत सीखते छात्र छात्राएं 


ऊंचाहार-रायबरेली-संगीत पूरी सृष्टि को प्रभावित करती है । लोकमान्यताओं , पौराणिक कथाओं और शोध से यह प्रमाणित हुआ है कि संगीत न सिर्फ मानव जीवन और संसार के सभी जीवों अपितु वनस्पतियों तक को प्रभावित करती है । यह ऐसी साधना है , जिसमें पूरी प्रकृति का कल्याण निहित है । यह विचार नगर के राजकीय पीजी कालेज के प्राचार्य डा राजेश यादव ने राणा बेनी माधव सांस्कृतिक क्लब द्वारा आयोजित संगीत कार्यशाला में व्यक्त किए ।
      उन्होंने कहा कि पौराणिक कथाओं में हमने भगवान श्रीकृष्ण के बांसुरी संगीत के अद्भुद और अलौकिक शक्ति के बारे में पढ़ा है । श्री कृष्ण की बांसुरी वादन को अक्सर एक दिव्य धुन से जोड़ा जाता है जो ईश्वर को आवाहन का प्रतिनिधित्व करती है , और उच्च आध्यात्मिक चेतना की ओर आकर्षित करती है । उन्होंने कहा कि शोध से पता चला है कि  जब संगीत बजाया जाता है तो रक्त अधिक आसानी से बहता है। यह हृदय गति को कम कर सकता है, रक्तचाप को कम कर सकता है, कोर्टिसोल (तनाव हार्मोन) के स्तर को कम कर सकता है और रक्त में सेरोटोनिन और एंडोर्फिन के स्तर को बढ़ा सकता है। यह मूड को अच्छा बनाता है. संगीत मस्तिष्क में डोपामाइन हार्मोन के उत्पादन को बढ़ावा दे सकता है। इस प्रकार से संगीत का सम्पूर्ण जीवन में बहुत महत्व है । कालेज में आयोजित  इस कार्यशाला में  गिटार वादक रिद्मिक एकेडमी के संस्थापक डॉ पुष्कर गुप्ता ने विद्यार्थियों को संगीत की विस्तृत जानकारी प्रदान की । उन्होंने कहा कि सुर ,लय ,ताल ज्ञान से संगीत को आसानी से सीखा जा सकता है। इसमें उनकी सहायक आख्या शुक्ला की महत्वपूर्ण भूमिका रही । इस कार्यशाला में महाविद्यालय के कर्मचारी दिनेश कुमार, छात्रा -कोमल चौधरी, दीपांजलि, छात्र -आकाश और शिवमूरत ने अपनी प्रस्तुतियां दीं।इस अवसर पर डॉ सुषमा, डॉ बालेन्द्र सिंह यादव, डॉ सन्तोष कुमार, डॉ असलम खान, डॉ दीक्षा शर्मा उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन सांस्कृतिक क्लब प्रभारी डॉ अनुपमा ने किया।इस कार्यशाला में बड़ी संख्या में छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया।