रायबरेली-जब अपने ही दें जख्म तो मरहम लगाने कहां जाएं , एक सौतेली मां की करतूत सुनकर दहल जायेगा कलेजा

रायबरेली-जब अपने ही दें जख्म तो मरहम लगाने कहां जाएं , एक सौतेली मां की करतूत सुनकर दहल जायेगा कलेजा

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   रिपोर्ट-सागर तिवारी


ऊंचाहार-रायबरेली -नाम कृष्णा है , किंतु भाग्य में कुछ और है । पैदा होते ही यह कृष्णा भी अपनी मां से जुदा हो गया किंतु , इसे यशोदा नहीं मिली । इसके किस्मत में इसे सौतेली मां मिली , जिसके जख्मों ने इसके बचपन को भीख मांगने पर विवश कर दिया है । बचपन में मां कृष्णा को छोड़कर भाग गई । पिता उसके लिए सौतेली मां लाया । अब सौतेली मां उस पर जुल्म ढा रही है । नन्हीं सी उम्र में अपनो से जख्म खाया मासूम दर दर भटकता है और उसकी रात रेलवे स्टेशन पर बीतती हैं। उसके अपहरण की झूठी कहानी भी उसकी ही मां ने रची थी । मासूम ने पुलिस को सच्चाई बताई तो हर किसी का दिल दहल गया।
       पिछले माह नगर के सरस्वती नगर में रहने वाले कृष्णा के अचानक गायब होने की सूचना से हर कोई हैरान था । दस साल का कृष्णा घर से दूध लेने निकला तो फिर वापस नहीं आया । मामले में उसकी मां ने कोतवाली में तहरीर दी । पुलिस छानबीन कर रही थी कि कृष्णा लौट आया । उसके बाद उसने जो कहानी बताई वह बहुत खौफनाक है । उसके अनुसार उसकी मां सौतेली है , उसी ने उसे कानपुर जाने वाली एक ट्रेन पर बैठा दिया था । वह कानपुर में भटकता रहा । कई दिन बाद उसे कानपुर से किसी ने ऊंचाहार आने वाली ट्रेन में बैठा दिया तो वापस ऊंचाहार आ गया है ।
   कृष्णा इस समय दिन भर नगर में इधर उधर भटकता है । मांग कर खाना खा लेता है और रात में सोने के लिए रेलवे प्लेटफार्म की शरण लेता है । उसका कहना है कि उसकी सौतेली मां उसे बुरी तरह से प्रताड़ित करती है , पिता भी उसकी नहीं सुनते हैं । उसने उसे घर से निकाल दिया है । उसकी मां को एक बच्चा है। वह उसे ही प्यार देती है । कृष्णा कहता है कि आखिर वह कहां जाए ? कोतवाल अनिल कुमार सिंह ने बताया कि एक बच्चे के गायब होने की सूचना मिली थी । उसे बरामद करके परिजनों के सुपुर्द किया गया था । अब वह कहां है इसकी जानकारी नहीं है ।