रायबरेली-मिट्टी खनन के डंफरो ने बिगाड़ी सड़क की सूरत , जानलेवा साबित हो रहा सफर

रायबरेली-मिट्टी खनन के डंफरो ने बिगाड़ी सड़क की सूरत , जानलेवा साबित हो रहा सफर

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    रिपोर्ट-सागर तिवारी

ऊंचाहार-रायबरेली-बाईपास निर्माण के लिए मिट्टी की ढुलाई में लगे डंपरों ने सड़क की हालत  खराब कर दी है ।सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं ।जहां पर बारिश में पानी जमा होने के कारण लगातार राजगीर चोटिल हो रहे है ।

क्षेत्र के सवैया तिराहा लाला ढाबा के बगल से एनटीपीसी ऊंचाहार को जाने वाली सड़क की हालत पिछले तीन महीनों से खराब हो गई है। बाईपास निर्माण के लिए मिट्टी की धुलाई कर रहे ओवरलोड डंपरों ने सड़क की हालत पतली कर दी है। सड़क पर जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं ।इन्हीं गड्ढे में डंपर द्वारा चिकनी मिट्टी डाल दी गई है ।जिस वजह से पूरी सड़क चौपट हो गई है ।तनिक सी बारिश में लोग फिसल कर इस गड्ढे में गिर रहे हैं ।डेढ़ सौ से ज्यादा लोग गिर कर चोटिल चुके हो चुके हैं ।यह एनटीपीसी मार्ग लगभग सौ से ज्यादा गांव को जोड़ता है। प्रतिदिन हजारों लोगों का इसी मार्ग से आना जाना होता है। इसी मार्ग पर आईटीआई कॉलेज खोजनपुर, डीएवी इंटर कॉलेज एनटीपीसी, सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज एनटीपीसी, चिन्मया विद्यालय, सम्राट अशोक शिक्षा निकेतन सवैया पुरवार सहित दर्जनों विद्यालय पड़ते हैं। जहां के छात्र-छात्राओं को इसी मार्ग से आना जाना रहता है ।विद्यालय जा रहे छात्र-छात्राएं कीचड़ में गिर जाते हैं ।उनके कपड़े खराब हो जाते हैं। बच्चों ने उस रास्ते से जाना जाना बंद कर दिया है। राहगीर पूरी तरीके से परेशान हैं। उस मार्ग पर पड़ने वाले व्यापारियों के प्रतिष्ठान पर ग्राहक नहीं जा रहे हैं ।जिससे उनके सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है। मौत बनकर सड़कों पर दौड़ रहे ओवरलोड डंपर लोगों के लिए काल बन रहे हैं। स्थानीय निवासी बबलू यादव, घनश्याम, लल्ला सिंह, माधव सिंह, दिलीप कुमार, चंद्रभान वर्मा, मिथिलेश कुमार, बबलू पाल, पप्पू मिश्रा, गोपी आदि ने बताया कि पिछले तीन महीने से डंपरों ने सड़क को तोड़ दिया है। जहां पर बहुत बड़े गड्ढे हो गए थे, वहां पर डंपरों से चिकनी मिट्टी डाल दी गई। जिस वजह से हल्की सी भी बारिश में लोग उसमें फिसल कर गिर जाते हैं, और चोटिल हो जाते हैं सबसे पहले इस सड़क पर गिट्टी डालकर मजबूत किया जाए। इसके बाद डंपरों का आवागमन चालू हो नहीं तो हम लोग आंदोलन करने के लिए बाध्य हो जाएंगे।