Raibareli-लीला और क्रिया में अंतर होता है : स्वामी आत्मानंद जी महाराज*

Raibareli-लीला और क्रिया में अंतर होता है : स्वामी आत्मानंद जी महाराज*

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रिपोर्ट-सुधीर अग्निहोत्री 

*श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का किया गया वर्णन*


सरेनी-रायबरेली-थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सरांय बैरिहा खेड़ा स्थित बाबा मार्केट प्रांगण में श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन शनिवार को भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया गया!इस मौके पर कथावाचक स्वामी श्री आत्मानंद जी महाराज ने संगीतमय कथा वाचन कर भगवान की बाल लीलाओं के चरित्र का वर्णन किया!श्रोताओं से कहा कि लीला और क्रिया में अंतर होता है!अभिमान तथा सुखी रहने की इच्छा प्रक्रिया कहलाती है!इसे ना तो कर्तव्य का अभिमान है और ना ही सुखी रहने की इच्छा,बल्कि दूसरों को सुखी रखने की इच्छा को लीला कहते हैं!भगवान श्रीकृष्ण ने यही लीला की,जिससे समस्त गोकुलवासी सुखी और संपन्न थे! उन्होंने कहा कि माखन चोरी करने का आशय मन की चोरी से है!कन्हैया ने भक्तों के मन की चोरी की!उन्होंने तमाम बाल लीलाओं का वर्णन करते हुए उपस्थित श्रोताओं को वात्सल्य प्रेम में सराबोर कर दिया!उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण के जन्म लेने पर कंस उनकी मृत्यु के लिए राज्य की सबसे बलवान राक्षसी पूतना को भेजता है!राक्षसी पूतना भेष बदलकर भगवान कृष्ण को अपने स्तन से जहरीला दूध पिलाने का प्रयास करती है,परंतु भगवान उसका वध कर देते हैं!इसी प्रकार कार्तिक माह में ब्रजवासी भगवान इंद्र को प्रसन्न करने के लिए पूजन कार्यक्रम की तैयारी करते हैं,परंतु भगवान कृष्ण उनको इंद्र की पूजा करने से मना कर देते हैं और गोवर्धन की पूजा करने के लिए कहते हैं! यह बात सुनकर भगवान इंद्र नाराज हो जाते हैं और गोकुल को बहाने के लिए भारी वर्षा करते हैं! इसे देखकर समस्त ब्रजवासी परेशान हो जाते हैं!भारी वर्षा को देखकर भगवान कृष्ण कनिष्ठ अंगुली पर गोवर्धन पर्वत को उठाकर सभी लोगों को उसके नीचे छिपा लेते हैं!भगवान द्वारा गोवर्धन पर्वत को उठाकर लोगों को बचाने से इंद्र का घमंड चकनाचूर हो गया!इस मौके पर मुख्य यजमान कृष्ण बिहारी मिश्रा (बाबा जी),सज्जन मिश्रा, रमाशंकर मिश्रा,गिरि शंकर,सुख निधान,ज्ञान निधान,शिव निधान, सत्यार्थ,सिद्धार्थ,रिचा,कांग्रेस नेत्री व समाजसेविका सुधा द्विवेदी,अनुज शुक्ला,रविकांत अग्निहोत्री,गोवर्धन प्रसाद अग्निहोत्री,शिवशंकर सिंह सहित सैकड़ों भक्तगण मौजूद रहे!