रायबरेली- मावा और पनीर के रूप में जहर के धंधे में शामिल है बड़े व्यापारी

रायबरेली- मावा और पनीर के रूप में जहर के धंधे में शामिल है बड़े व्यापारी

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    रिपोर्ट-सागर तिवारी

- खाद्य विभाग की भी है मिलीभगत 

ऊंचाहार-रायबरेली -क्षेत्र में मावा और पनीर के रूप के जहर बनाने की फैक्ट्री में केवल एक ही गुनाहगार नहीं है , अपितु इसमें कई बड़े व्यापारी भी शामिल है । खुलेआम लोगों को जहर परोसने में खाद्य विभाग की भी पूरी मिलीभगत है । 
      ऊंचाहार सलोन मार्ग पर मसौदाबाद में विगत तीन वर्षों से सुनसान पर स्थान पर चल रही नकली मावा और पनीर बनाने की फैक्ट्री की जड़े बरगद जैसी बिखरी हुई है । यही कारण है कि आज तक खाद्य विभाग ने इस ओर आंखे नहीं खोली है । केमिकल से निर्मित खाद्य पदार्थ पूरे जिले के होटलों पर खुलेआम परोसा जा रहा है । कुछ दुकानों पर नकली मावा और पनीर मिलने के बावजूद खाद्य विभाग ने यह जहमत नहीं उठाई कि आखिर यह जहर आता कहां से है । बताया जाता है कि इस पूरे काले धंधे में खाद्य विभाग की पूरी संलिप्तता है । पूरी सेटिंग कुछ बड़े व्यवसाइयों द्वारा खाद्य विभाग के अधिकारियों से की जाती है । हालात यह है कि आप यदि ऊंचाहार के  दुकानों में निर्मित मिठाई या पनीर से निर्मित कोई भी खाद्य पदार्थ खा रहे हैं तो काफी संभावना है कि वह केमिकल से बनाया गया जहर है । दुकानों पर खुलेआम सस्ते दर पर यह नकली खाद्य पदार्थ बेचा जा रहा है । इसके बावजूद पूरे सरकारी सिस्टम की आंखे बंद है ।