रायबरेली-आखिर एस क्या हुआ जो 17 लोगो ने राष्ट्र पति से लगाई इच्छा मृत्यु की गुहार,,,,,,,?

रायबरेली-आखिर एस क्या हुआ जो 17 लोगो ने राष्ट्र पति से लगाई इच्छा मृत्यु की गुहार,,,,,,,?

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रिपोर्ट-सागर तिवारी 




ऊंचाहार-रायबरेली-एनटीपीसी परियोजना के राख उपयोगिता विभाग से निष्कासित श्रमिकों को स्थानीय अधिकारियों से न्याय न मिलने से मायूस श्रमिक एक बार फिर दिल्ली स्थित जंतर में धरने में बैठ गये है।  और आज राष्ट्र पति से मिलकर उन्हे ज्ञापन दे कर  इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई  है।
आपको बताते चले की पिछले 
     करीब दो माह पूर्व एनटीपीसी परियोजना के राख उपयोगिता विभाग द्वारा 17 श्रमिकों को बिना कारण बताए निष्कासित कर दिया। था। अगले दिन से ही श्रमिकों ने एसडीएम, डीएम फिर मुख्यमंत्री समेत श्रम विभाग को ज्ञापन देकर न्याय की गुहार लगाई थी। श्रमिकों का कहना है कि स्थानीय अधिकारियों के समझाने के बावजूद भी एनटीपीसी के अधिकारी उन्हें काम पर नहीं रख रहे हैं। श्रमिकों आज 18 जून को दिल्ली शहर स्थित जन्तर मतर में धरने के लिए रवाना हो गये थे जिसमे श्रमिक विनय कुमार शुक्ल, राजेश सिंह, केशवदास, तुलसीराम, दिलीप कुमार, राम सजीवन, दुर्गेश बाजपेई, अमित दुबे, मो इमरान आदि ने बताया कि 13 साल तक लगातार नौकरी करने के बाद निष्कासित होने के चलते उनके परिवार के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। जंतर मंतर में धरने के बाद आज  राष्ट्रपति से मिलकर इच्छा मृत्यु की मांग करते हुए कहा की हम सभी गोकर्ण घाट पर चीता बनाकर आत्मदाह करेंगे। अब देखना यह है की क्या योगी सरकार जहा एक ओर युवाओ को नौकरी देने की बात करती क्या इन श्रमिकों को न्याय मिल पायेगा या सरकार की भ्रष्टाचार नीति के चलते यह 17 परिवार भी भूखमरी के ककार मे आके दम तोड़ रहे है। अब देखना यह की इन श्रमिकों न्याय मिलता है या मौत यह तो आने वाले समय ही बतायेगा।