लखनऊ-गहरी नींद में थे यात्री, 10 मिनट में जल गई पूरी बस... शीशा तोड़कर भागा ड्राइवर

लखनऊ-गहरी नींद में थे यात्री, 10 मिनट में जल गई पूरी बस... शीशा तोड़कर भागा ड्राइवर

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रिपोर्ट-ओम द्विवेदी(बाबा)

मो-8573856824

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के

मोहनलालगंज इलाके में दिल्ली से बिहार जा रही एक प्राइवेट स्लीपर बस में अचानक भीषण आग लग गई। इस दर्दनाक हादसे में 5 लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई, जबकि बस में करीब 60 यात्री सवार थे।

हादसा किसान पथ पर तड़के उस समय हुआ जब ज्यादातर यात्री गहरी नींद में थे।

10 मिनट में जलकर राख हुई पूरी बस प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, आग इतनी भयानक थी कि महज 10 मिनट में पूरी बस जलकर राख हो गई। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि एक किलोमीटर दूर से भी नजर आ रही थीं। हादसे के समय अफरा-तफरी मच गई, लोग दरवाजों और खिड़कियों की तरफ दौड़े, लेकिन बस की ड्राइवर सीट के पास बनी एक्स्ट्रा सीट ने रास्ता रोक दिया, जिससे कई यात्री फंस गए और बाहर नहीं निकल सके।

यात्रियों का बयान: धुआं भर गया, सांस लेना मुश्किल हो गया बस में सफर कर रहे यात्रियों ने बताया कि पहले बस के अंदर धुआं भरने लगा, जिससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी। जब तक कोई कुछ समझ पाता, आग तेजी से फैल गई और बस को अपनी चपेट में ले लिया। कुछ यात्री समय रहते बाहर निकलने में सफल रहे, लेकिन 5 लोग बाहर नहीं निकल सके और जिंदा जल गए।

ड्राइवर शीशा तोड़कर भागा, पुलिस तलाश में जुटी इस हादसे में सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि बस का ड्राइवर सबसे पहले शीशा तोड़कर खुद बाहर कूद गया और फरार हो गया। हादसे के बाद से उसका कोई पता नहीं चला है। पुलिस ने ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और उसकी तलाश शुरू कर दी गई है।

फायर ब्रिगेड ने पाया आग पर काबू, लेकिन तब तक हो चुकी थी बहुत देर हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस व फायर ब्रिगेड को सूचना दी। दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक बस पूरी तरह जल चुकी थी। 5 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई, जिनकी पहचान अभी नहीं हो पाई है।

शॉर्ट सर्किट की आशंका, फॉरेंसिक जांच जारी पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच में शॉर्ट सर्किट को आग की वजह माना जा रहा है, लेकिन असली कारण फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो पाएगा। लोगों का कहना है कि अगर बस की सीट व्यवस्था और इमरजेंसी रास्ता सही होता, तो शायद इन लोगों की जान बचाई जा सकती थी।