रायबरेली- सरकारी धन के बंदरबांट की शिकायत पर CHC अधीक्षक के खिलाफ बयान दर्ज,,,,

रायबरेली- सरकारी धन के बंदरबांट की शिकायत पर CHC अधीक्षक के खिलाफ बयान दर्ज,,,,

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रिपोर्ट-सागर तिवारी 
मो-8742935637


ऊंचाहार-रायबरेली कार्यालय अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व सीएचसी के चार कर्मचारियों समेत क्षेत्रीय लोगों ने सीएचसी अधीक्षक व स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी पर सरकारी धन के बंदरबांट का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी से शिकायत की थी। जिसके क्रम में तीन सदस्यीय टीम का गठन कर जांच के लिए सिएचसी भेजा। जांच टीम ने सभी उपस्थित आरोपियों के बयान दर्ज किए। जिसमें दो लोग अनुपस्थित रहे, जिन के बाद में बयान दर्ज किए जाएंगे।
            मुंडी पुर मजरे सावापुर नेवादा निवासी बृजेश कुमार ने गत दिनों जिलाधिकारी को एक शिकायती पत्र देते हुए आरोप लगाया था कि सीएचसी अधीक्षक डॉ मनोज शुक्ल व स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डॉ शुभकरन द्वारा कोरोना काल में वैक्सीनेशन के डिब्बे लाने ले जाने वाले लोगों के लिए शासन से आए हुए बजट को अपने कर्मचारियों के खाते में भेज कर लाखों रुपए बंदरबांट किया। वहीं कार्यालय अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आरबी यादव ने महिला चिकित्सक के पद पर सीएचसी में तैनात अपनी पत्नी डॉ ममता से अधीक्षक द्वारा अवैध रूप से पांच हजार रुपए प्रतिमाह धन वसूली करने का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर कार्यवाही की मांग की थी। जिस पर जिलाधिकारी ने तीन सदस्य टीम गठित कर जांच के निर्देश दिए। सोमवार को अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ पीके वैसवार, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी अनिल कुमार पांडेय, डॉ रत्नाकर की टीम जांच के लिए सीएचसी पहुंची। जहां क्रमवार शिकायत कर्ताओं में डॉ आरबी यादव, डॉ ममता, डॉ मनोज शुक्ल, डॉ शुभकरन व बृजेश कुमार तिवारी के बयान दर्ज किए। तथा दो शिकायतकर्ता अशोक कुमार यादव व शंभूशरन से संपर्क ना उनके बयान दर्ज नहीं किए जा सके। सीएचसी अधीक्षक डॉ मनोज शुक्ल ने बताया कि शिकायत के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा गठित की गई टीम द्वारा सीएचसी पहुंचकर सभी के बयान दर्ज किए गए हैं। अभी दो लोगों के बयान दर्ज करने बाकी हैं। जिन्हें नोटिस भेजकर जांच टीम द्वारा बुलाकर बयान दर्ज कराए जाएंगे।