सैनिकों का अपमान कर रही है नगर पालिका

सैनिकों का अपमान कर रही है नगर पालिका

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रिपोर्ट-रोहित मिश्रा
मो-7618996633


बोर्ड बैठक में मार्ग नामकरण का नहीं हुआ प्रस्ताव पारित( काजू खान )


रायबरेली-देश के सैनिक पूरी ईमानदारी के साथ गर्मी जाड़ा बरसात अपने कर्तव्यों का निर्वाहन पूरी मुस्तैदी से करते हैं ।अपना बलिदान देकर भी देश की सीमाओं की रक्षा किया करते हैं ।बलिदान होने वाले सैनिकों को जब उनके बलिदान पर सम्मान देने का वक्त आता है तो समाज के जिम्मेदार गैर जिम्मेदारी निभाने लगते हैं । यह दुखद घटना शहर के नगर पालिका परिषद रायबरेली क्षेत्र में हुई है दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि इस घटना के जिम्मेदार लोग बिल्कुल संवेदनसील नहीं है । रायबरेली शहर के राजकीय कॉलोनी स्थित वीरगति को प्राप्त सैनिक सूबेदार शैलेंद्र प्रताप सिंह के आवास को जाने वाले मार्ग का नगर पालिका परिषद ने निर्माण कार्य पूर्ण कराया है । सदर विधायक अदिति सिंह ने सैनिक के परिवार से वादा किया था की सूबेदार शैलेंद्र प्रताप सिंह के नाम पर उक्त मार्ग का नामकरण किया जाएगा । नवनिर्मित सड़क का लोकार्पण पत्थर नगर पालिका परिषद रायबरेली की ओर से लगाया गया है । लोकार्पण पत्थर पर सूबेदार शैलेंद्र प्रताप सिंह का पहले नाम नहीं था । वीरगति को प्राप्त सैनिक के परिवार को आघात लगा की सदर विधायक ने उक्त मार्ग के नामकरण का भरोसा दिलाया था । लेकिन वह भरोसा टूट गया । इस पर एक पत्रकार ने अखबार में खबर प्रकाशित कर दी । जिसको लेकर नगर पालिका पूरी तरह से सक्रिय हो गई ।नगर पालिका परिषद रायबरेली ने तत्काल 5 घंटे के भीतर लोकार्पण पत्थर को बदल कर स्वर्गीय शैलेंद्र प्रताप सिंह सूबेदार मार्ग का पत्थर लगवा दिया । खबर का संज्ञान लेकर जैसे ही नगर पालिका परिषद रायबरेली ने पत्थर बदला । वैसे ही सोशल मीडिया से लेकर आम जनमानस में चर्चा का बाजार गर्म हो गया । इस पूरे घटनाक्रम को स्टार एक्सप्रेस ने दिल से महसूस किया कि यह अपनी ड्यूटी पर तैनाती के दौरान वीरगति को प्राप्त होने वाले एक सैनिक के साथ नगर पालिका परिषद ने एक भद्दा मजाक किया है । नियमों की अनदेखी करते हुए नगर पालिका परिषद रायबरेली ने अच्छा नहीं किया । क्योंकि नगर पालिका परिषद रायबरेली अपनी बोर्ड बैठक में मार्ग के नामकरण किए जाने का ना तो पूर्व में कोई प्रस्ताव लाई है और ना ही कोई प्रस्ताव पास ही कराया गया है।ऐसे में एक पत्थर हटाकर दूसरा पत्थर लगा देने मात्र की प्रक्रिया को सैनीक के प्रति सम्मान नहीं कहा जा सकता है । बेहतर होता कि नगर पालिका परिषद रायबरेली उस पत्थर को तत्काल हटवा कर और होने वाली आगामी बोर्ड बैठक में उक्त मार्ग के नामकरण का प्रस्ताव लाती और उसे संवैधानिक रुप से मार्ग का नामकरण करती ।

ईओ नगर पालिका परिषद रायबरेली आशीष कुमार ने बताया कि उन्हें ठीक-ठीक याद नहीं है बोर्ड बैठक में प्रस्ताव पास है ।


सभासद पूनम तिवारी ने स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा कि बोर्ड की बैठक में कोई भी ऐसा प्रस्ताव अभी तक पारित नहीं हुआ