क्या गुरबख्शगंज पुलिस की मिलीभगत से धधक रही थी अवैध शराब की भट्टियां !एसडीएम ने की कार्यवाही

क्या गुरबख्शगंज पुलिस की मिलीभगत से धधक रही थी अवैध शराब की भट्टियां !एसडीएम ने की कार्यवाही
क्या गुरबख्शगंज पुलिस की मिलीभगत से धधक रही थी अवैध शराब की भट्टियां !एसडीएम ने की कार्यवाही

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रिपोर्ट-अखिल श्रीवास्तव

रायबरेली-: रायबरेली में जहरीली शराब से मौत का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ कि अब आबकारी विभाग स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से अवैध शराब की भट्टियां धड़कना शुरू हो गयी है, इसका खुलासा तो तब हुआ जब एसडीएम सदर शिखा संखवार की टीम ने गुरबक्शगंज थाना क्षेत्र के आशाराम का पुरवा, गोझरी,कोरिहर,खेती सिंह का पुरवा गांव में अचानक छापा मारा, फिर जो बातें खुलकर सामने आई उसने थानाध्यक्ष देवेंद्र सिंह की पोल खोल कर रख दी ,थाना क्षेत्र में कई महीनों से धधक रही जहरीली शराब की भट्टियां पर या तो थानाध्यक्ष की टीम का ध्यान नहीं गया या देखकर नजरअंदाज किया गया। आपको बताते चलें कि छापे के दौरान एसडीएम सदर शिखा संखवार के साथ आबकारी विभाग के हत्थे चढ़ा लगभग  350 लीटर कच्ची शराब, 30 कुंतल लहन भी एसडीएम शिखा संखवार की टीम के नजर में आया वहीं इस पूरे मामले को लेकर लहन नष्ट कर कच्ची शराब को बरामद कर स्थानीय पुलिस को गिरफ्तार किए गए छह अभियुक्तों को सुपुर्द कर विधिक कार्रवाई भी की गई। सवाल तो यह उठता है कि आखिरकार रायबरेली में बीते दिनों अवैध कच्ची शराब से हुई मौत के बाद भी गुरबक्शगंज थानाध्यक्ष देवेंद्र सिंह सबक नहीं ले रहे हैं आखिर इसका कारण क्या है? आपको बता दें कि गुरबक्शगंज थानाध्यक्ष पर पहले भी कई सवालिया निशान खड़े हुए हैं व चाहे मीडिया को गुमराह करना हो वा चाहे उच्चाधिकारियों को गलत सूचना देना, वही पूरे मामले को लेकर स्थानीय पुलिस का कहना है कि "कई महीनों से यह कारोबार चल रहा था" अब स्वयं अंदाजा लगाया जा सकता है कि पुलिस की सूचना स्थानीय संदिग्ध स्थानों पर कितनी रहती होगी जिनकी नजर से बच कर यह कारोबार फल-फूल रहा था।!या मिली भगत से।