Raibareli-किसानों की समस्या के सबब बने निराश्रित मवेशी, फसलों को पहुंचा रहे नुकसान

Raibareli-किसानों की समस्या के सबब बने निराश्रित मवेशी, फसलों को पहुंचा रहे नुकसान

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रिपोर्ट-सागर तिवारी 
मो-8742925638


ऊंचाहार-रायबरेली सरकार ने निराश्रित मवेशियों से किसानों को निजात दिलाने के लिए पानी की तरह पैसे बहा कर गौशालाओं का निर्माण करवाया है। बावजूद इसके हजारों की संख्या में खुले में विचरण कर रहे बेसहारा मवेशी किसानों की समस्या का सबब बने हुए हैं। शासन के निर्देश के बावजूद भी जिम्मेदार मौन धारण किए हुए हैं।

         सरकार ने 15 किलोमीटर के अंतराल में पट्टी रहस कैथवल गांव स्थित कान्हा व गोकर्ण ऋषि गौशाला, कोटरा बहादुरगंज गांव स्थित निराश्रित गौशाला, उमरन, इटौरा बुजुर्ग, धूता समेत सात गौशालाओं का निर्माण करवाया है। इन सभी गौशालाओं में पहले से ही उनकी क्षमता से अधिक गोवंश संरक्षित है। इनकी देखरेख के लिए सरकार ने मजदूरों की भी व्यवस्था कर रखी है। जिनके मानदेय का भुगतान संबंधित ग्राम पंचायत के राज वित्त खाते से किया जाता है। बावजूद इसके प्रत्येक ग्राम सभा में हजारों की संख्या में विचरण कर रहे निराश्रित मवेशी किसानों की गाढ़ी कमाई से तैयार फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। जिसको लेकर किसानों में खासा आक्रोश व्याप्त है। ग्रामीणों की शिकायतों के बाद सरकार ने प्रत्येक ग्राम सभा को बाड़ा बनाकर गोवंशों को संरक्षित करने के निर्देश दिए हैं। पयागपुर नदौरा गांव के विनय शुक्ल, राकेश यादव, श्रवण कुमार, उमेश चंद्र मिश्रा, लखन लाल, गुड्डू, संतोष कुमार, अंजनी शुक्ल, बबलू मिश्र आदि ने बताया कि गांव में विचरण कर रहे मवेशियों को लेकर कई बार एसडीएम से लेकर डीएम व शासन प्रशासन से शिकायत की गई। लेकिन जिम्मेदार जिम्मेदारी निभाने के बजाए मौन बने बैठे हैं। फसलों को बचाने के लिए बांस बल्ली गाड़ रखी है, लेकिन उसका भी कोई फायदा नहीं है। बासों, बल्लियों को तोड़कर मवेशी खेतों में प्रवेश कर जाते हैं। और निरंतर घूम घूम कर फसलों को चट किए जा रहे हैं। एसडीएम आशीष कुमार मिश्र ने बताया कि खंड विकास अधिकारी को निर्देशित कर जल्द ही सभी ग्राम पंचायतों में बाड़ा बनाकर संरक्षित कराया जाएगा।