Raibareli-स्नातक व परास्नातक कॉपियों के डिजिटल मूल्यांकन में अनियमितता का आरोप*

Raibareli-स्नातक व परास्नातक कॉपियों के डिजिटल मूल्यांकन में अनियमितता का आरोप*

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रिपोर्ट-सुधीर अग्निहोत्री

लालगंज-रायबरेली-बैसवारा डिग्री कॉलेज लालगंज में चल रहे डिजिटल मूल्यांकन में कुछ शिक्षकों ने अनियमितता का आरोप लगाते हुए कानपुर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर की वेबसाइट पर शिकायत किया है! बताते चलें कि छत्रपति शाहूजी महाराज कानपुर विश्वविद्यालय के द्वारा इस वर्ष स्नातक और परास्नातक कॉपियों का मूल्यांकन डिजिटल तरीके से किया जा रहा है!डिजिटल मुख्य मूल्यांकन बैसवारा डिग्री कॉलेज लालगंज में भी चल रहा है!मूल्यांकन कर रहे कुछ शिक्षक डॉ बालकृष्ण चौरसिया,डॉ आभा सिंह,डॉक्टर मनीष कुमार,तेज बहादुर,रामदेव, अनुज कुमार,रघुनाथ पटेल,राकेश कुमार,डॉ अरुण कुमार,डॉ अशोक पांडेय,ओम नारायण आदि ने वाइस चांसलर को भेजे शिकायती पत्र में कहा है कि यूनिवर्सिटी के द्वारा मूल्यांकन का समय प्रातः 9 बजे से सायं 6 बजे तक का समय निर्धारित किया गया है!लेकिन लालगंज सेंटर संचालक और कुछ विशेष शिक्षकों की मिलीभगत से कॉपियों का मूल्यांकन प्रातः 7 बजे ही शुरू हो जाता है,जिससे नौ बजे आने वाले शिक्षकों को कापियां जांचने को पर्याप्त नहीं मिल रही हैं!रविवार को हुई घटना का उल्लेख करते हुए शिक्षकों ने कहा है कि आज जब वह लोग सुबह 9 बजे बैसवारा डिग्री कॉलेज पहुंचे तो वहां पर पहले ही करीब 5000 कापिया जांची जा चुकी थी!शिक्षकों का कहना है कि डिजिटल मूल्यांकन को लेकर शिक्षकों ने प्रसन्नता का भाव जाहिर किया था,लेकिन डिजिटल मूल्यांकन में भी अनियमितता और भ्रष्टाचार होने से वह सब बेहद दुखी हैं!उन्होंने वाइस चांसलर को पत्र भेजकर नियमानुसार व्यवस्था किये जाने की मांग की है!शिक्षकों की समस्या के बाबत जब बैसवारा डिग्री कॉलेज की प्राचार्य डॉ शीला श्रीवास्तव से जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा कि सेंटर 9 बजे ही खुल रहा है!शिक्षकों का आरोप मिथ्या है लेकिन फिर भी जांच कराकर सच्चाई का पता लगाया जाएगा!