चीनी शोधकर्ता का बड़ा खुलासा, ‘कोरोना’ को बॉयोवैपन के तौर पर किया गया था तैयार !

चीनी शोधकर्ता का बड़ा खुलासा, ‘कोरोना’ को बॉयोवैपन के तौर पर किया गया था तैयार !

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कोरोना वायरस…जिसने देश और दुनिया में मौत की ऐसी-ऐसी तस्वीरें दिखाई की लोगों ने दाँतों तले उंगलियां ही दबा ली.अब महामारी का खतरा बहुत ही कम हो गया है.पर बीते 2 से 3 सालों में लोगों ने बहुत सारे अपनों को खोया है. कोरोना के पहले और दूसरे फेज ने देश और विदेश के बड़े-बड़े शहरों में लाशों का अंबार लगा दिया था.ऐसा दुख और दर्द जिससे लोगों का उबर पाना ही काफी मुश्किल था.चीन के वुहान से निकले कोरोना वायरस ने दुनिया में खूब तबाही मचाई.

लेकिन कोरोना वायरस से जुड़ी एक बड़ी ही हैरान करने वाली खबर सामने आई है. एक चीनी शोधकर्ता ने दावा किया है कि कोरोना वायरस को बॉयोवैपन ( जैविक हथियार) के तौर पर तैयार किया गया था. शोधकर्ता ने दावा किया कि उसके साथी को वायरस के चार अलग-अलग तरीके के स्ट्रेन दिए गए थे. और पता लगाने के लिए कहा गया था कि कौन सा वायरस कितने प्रभावी ढंग से असर डाल सकता है.
ये दावा वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के शोधकर्ता ने किया है.

एक इंटरव्यू में चाओ शाओ ने कहा था कि लैब के अंदर एक अन्य शोधकर्ता शॉन चाओ ने स्वीकार किया था कि उसके सीनियर ने कोरोना के चार अलग-अलग स्ट्रेन दिए थे. और उसकी टेस्टिंग की बात कही थी.
ताकि पता लगाया जा सके कि कौन सा वाला ज्यादा तेजी से फैल सकता है.

इसी के साथ चीनी शोधकर्ता ने ये भी जानकारी देते हुए बताया कि 2019 में उनके कई साथी लापता हो गए थे. हालांकि बाद में उनमें से ही एक ने खुलासा करते हुए बताया कि स्वास्थ्य स्थितियों के निरीक्षण के लिए उन्हें होटल में भेजा गया था. उन्होंने बताया था कि इन होटलों में कई देशों के एथलीटों को ठहराया जाता था.

शोधकर्ता ने कहा कि उन्हें संदेह है कि उनका असली उद्देश्य वायरस को फैलाना था. क्योंकि सेहत की स्थिति को जांचने के लिए वायरोलॉजिस्ट की जरुरत नहीं होती है.