Raibareli-खीरों का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं प्रधान प्रतिनिधि और उनके गुर्गे

Raibareli-खीरों का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं प्रधान प्रतिनिधि और उनके गुर्गे

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रिपोर्ट-रोहित मिश्रा
मो-7618996633


दरगाह कमेटी के विवाद में हुए सुलह- समझौते को हजम नहीं कर पा रहे हैं प्रधान प्रतिनिधि


थानाध्यक्ष देवेंद्र अवस्थी की पहल और संभ्रांत लोगों की उपस्थिति में हुआ है सुलह समझौता

लोगों को बरगला कर जिलाधिकारी के कार्यालय में प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं प्रधान प्रतिनिधि व उनके समर्थक

दरगाह कमेटी के अध्यक्ष और कार्यवाहक अध्यक्ष ने ग्राम प्रधान प्रतिनिधि पर लगाए गंभीर आरोप

रायबरेली-खीरों कस्बे की बहुचर्चित दरगाह हजरत फतेह शहीद शाह रहमतुल्ला अलैह कमेटी को लेकर चल रहे विवाद में दोनों पक्षों का सुलह- समझौता कर लेना स्थानीय ग्राम प्रधान प्रतिनिधि को नागवार गुजर रहा है। विवाद के समाप्त होने के बाद प्रधान प्रतिनिधि के गुर्गों की दरगाह से चंदे के रूप में होने वाली कमाई भी बंद हो गई है। खीरों थानाध्यक्ष की पहल और कस्बे के संभ्रांत लोगों के हस्तक्षेप के बाद दोनों पक्षों में सुलह- समझौता हो गया है। खीरों के अमन पसंद लोग जहां इसकी सराहना कर रहे हैं वही प्रधान प्रतिनिधि और उनके गुर्गे मामले को भड़काने के प्रयास में जुटे हुए हैं। बताया जा रहा है कि प्रधान प्रतिनिधि ने अपने लोगों को भेजकर तरह-तरह के बहाने बनाकर लोगों से सादे पन्ने पर हस्ताक्षर कराए हैं और दरगाह कमेटी के सुलझ चुके विवाद को उलझाने के लिए जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन की तैयारी में हैं। इसमें ऐसे लोग हैं जो ना तो सोसाइटी में है, और ना ही कभी रहे हैं। 

         गौरतलब है कि खीरों में स्थित हजरत फतेह शहीद शाह की दरगाह  कमेटी को लेकर शीबू पुत्र इरशाद अहमद और अनवर खां पुत्र मुस्तफा के बीच विवाद चल रहा था। शीबू की कमेटी वर्ष 1996 में रजिस्टर्ड हुई थी जबकि कार्यवाहक अध्यक्ष रहे अनवर खां ने 2016 में अपना रजिस्ट्रेशन कराया। करीब छह महीने पूर्व इस कमेटी को लेकर विवाद उठा और मामला थाने पहुंचा। तत्कालीन थानाध्यक्ष बृजेश कुमार सिंह मौजूदा प्रधान प्रतिनिधि राकेश सिंह के बहुत ज्यादा खास थे। इसी का फायदा उठाकर राकेश सिंह ने थानाध्यक्ष बृजेश कुमार सिंह से यह कहलाया कि जब तक विवाद है, तब तक दोनों लोग दरगाह कमेटी में ना रहे और इसका काम प्रधान प्रतिनिधि होने के तौर पर राकेश सिंह ही दिखवाएंगे। राकेश सिंह के कहने पर सलीम पुत्र जमील खां, मुसर्रत अली उर्फ गंगोली पुत्र रज्जब अली, नाजिम अली पुत्र जबर अली, कमर अली, अतीक पुत्र लईक खां, मुशीर पुत्र जहीर ने दरगाह के चंदे की वसूली शुरू कर दी। इसमें मुसर्रत अली उर्फ गंगोली को कोषाध्यक्ष बनाया गया। अध्यक्ष के तौर पर शीबू ने गंगोली से कई बार हिसाब मांगा लेकिन उन्होंने आनाकानी शुरू कर दी। कार्यवाहक अध्यक्ष अनवर खां ने उप जिलाधिकारी लालगंज के यहां प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई। मामला खीरो थाने पहुंचा। थानाध्यक्ष देवेंद्र कुमार अवस्थी ने दोनों पक्षों को बुलाकर शांति बनाए रखने के लिए कहा। थानाध्यक्ष ने यह भी कहा कि दरगाह पवित्र स्थान है, और यहां कमेटी का संचालन आपसी भाईचारे से किया जाना चाहिए। इस पर दोनों पक्ष सहमत हो गए। कस्बे के रहने वाले सईद बाबा, सुनील शुक्ला, शिवराज वर्मा आदि तमाम संभ्रांत लोगों के सामने दोनों पक्षों ने सुलह- समझौता कर लिया। तय किया गया कि अध्यक्ष के रूप में सीबू रहेंगे और विगत वर्षों की भांति अनवर खां कार्यवाहक अध्यक्ष के रूप में काम देखेंगे। इसके बाद दोनों पक्ष दरगाह पर बैठक करने गए जिसमें ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अपने दो

 दर्जन साथियों के साथ आए और गाली-गलौज करते हुए मारपीट पर आमादा हो गए। हमले की सूचना डायल-112 पर दी गई। सूचना पाते ही थानाध्यक्ष देवेंद्र कुमार अवस्थी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस की गाड़ियों के सायरन की आवाज सुनकर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि और उनके समर्थक मौके से भाग निकले। आरोप है कि ग्राम प्रधान प्रतिनिधि को यह समझौता रास नहीं आ रहा है। क्योंकि दरगाह कमेटी में आने वाले चंदे से होने वाली उनके गुर्गों की अवैध वसूली बंद हो गई है। इसके बाद अध्यक्ष और कार्यवाहक अध्यक्ष द्वारा मामले की शिकायत पुलिस से की गई। जिसमें उपरोक्त के अलावा गुड्डू नाती पुत्र राम प्रकाश गुप्ता, राजा बहेलिया, याकूब, रियाज, शमशुद्दीन, ईशु गुप्ता पुत्र बनवारी गुप्ता आदि को नामजद भी किया गया था। मामले में दरगाह कमेटी के अध्यक्ष शीबू ने बताया कि सुलह-समझौते से प्रधान प्रतिनिधि और उनके समर्थक नाराज हैं। इसीलिए माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है। इन लोगों की मंशा थी कि दरगाह कमेटी पर उनका अधिपत्य रहे जो सुलह- समझौता होने के बाद उन्हे संभव नहीं दिख रहा है। कार्यवाहक अध्यक्ष अनवर खां ने बताया कि प्रधान प्रतिनिधि और उनके समर्थक लोगों से सादे पेपर पर हस्ताक्षर करा रहे हैं। गांव में किसी को बताया जा रहा है कि कोटे की दो दुकानें होनी है। इसलिए हस्ताक्षर कर दो, तो किसी को बताया जा रहा है कि दरगाह को सरकारी करवाना है, इसलिए हस्ताक्षर कर दो। यह लोग कमेटी के भाईचारे को तोड़ना चाहते हैं। कार्यवाहक अध्यक्ष ने यह भी बताया कि इन लोगों ने सोमवार को जिलाधिकारी के कार्यालय पर धरना प्रदर्शन करने की भी धमकी दी है। दरगाह कमेटी को अपने कब्जे में करने के लिए ग्राम प्रधान प्रतिनिधि द्वारा षड्यंत्र रचा जा रहा है जिसे अमन पसंद लो कभी पूरा नहीं होने देंगे। जो लोग दरगाह के विधिवत संचालन और शांति के पक्ष में थे उनकी पहल पर ही सुलह-समझौता हुआ है। अराजकतत्व कस्बे में अशांति पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं। पुलिस को उन पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।