Supreme Court में दायर की गई ट्विन टॉवर को गिराने पर रोक लगाने की याचिका, अस्पताल में तब्दील करने की मांग
रिपोर्ट-रोहित मिश्रा
मो-7618996633
उत्तर प्रदेश अथॉरिटी के ट्विन टावर को गिराने की लेकर तैयारियां पूरी हो गई हैं। RDX के जरिए महज 8 सेकेंड में इस टावर को गिरा दिया जाएगा। इसे गिराने के एक दिन पहले शनिवार को सुप्रीम कोर्ट में गिराने पर रोक लगाने को लेकर याचिका दायर की गयी है।
मुंबई निवासी CA गंगाराम लोकुमाल चंदावनी ने ट्विन टॉवर को न गिराने को लेकर याचिका दायर की है। याचिकाकर्ता ने इसे अस्पताल में बदलने की मांग की है। याचिकाकर्ता ने कहा है कि सरकार की कोशिशों के बाद भी लाखों लोग बेघर है। उसने याचिका में कहा कि टॉवर को गिराना मटेरियल,रिसोर्सेज अन्य चीजों की बर्बादी होगी। इसे गिराने की बजाये इसका इस्तेमाल डिफेंस, स्वास्थ्य व शिक्षा के लिए हो।
गौरतलब है कि टॉवर को गिराने को लेकर डायवर्जन और एक्सप्रेस-वे का रूट प्लान भी पूरा कर लिया गया है। रविवार दोपहर 2:30 बजे इस टावर को गिराया जाना है। इस दौरान ट्विन टावर की कनेक्टिंग की सभी रोड होंगी बंद।
जिस दौरान टावर गिराया जायेगा उस दौरान ट्विन टावर की कनेक्टिंग की सभी रोड होंगी बंद रहेगी। गूगल मैप में भी 28 अगस्त को रुट डाइवर्जन रहेगा। करीब 1 घंटे तक बंद रहेगा नोएडा ग्रेनो एक्सप्रेसवे। एमरजेंसी रूट के लिए एक ग्रीन कॉरिडोर बनेगा। पुलिस की तरफ से 28 को ट्रैफिक बुलेटिन होगा जारी किया जायेगा। एमरॉल्ड और ATS सोसायटी के लोगों के लिए 2 पार्किंग चिन्हित की गयी है।
बता दें कि विवादास्पद सुपरटेक ट्विन टावर्स को 28 अगस्त को विशेषज्ञों द्वारा गिराया जाएगा। ट्विन टावर को गिराने से पहले 5000 से अधिक निवासियों को सुबह 7:30 बजे तक परिसर खाली करना होगा। ये निवासी टावर गिरने के बाद अधिकारियों से सुरक्षा मंजूरी के बाद वापस आ सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक सेक्टर 19 में विस्फोटकों की पहली खेप आ गई है। ट्विन टावर को गिराने में कुल 3,500 किलोग्राम विस्फोटक का इस्तेमाल किया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल फैसला सुनाया था कि सुपरटेक ट्विन टावरों को ध्वस्त किया जाना है क्योंकि वे अवैध रूप से बनाए गए थे।