रायबरेली-मत्स्य प्रजातियों के संरक्षण और विकास के साथ रोजगार को बढ़ावा

रायबरेली-मत्स्य प्रजातियों के संरक्षण और विकास के साथ रोजगार को बढ़ावा

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 रिपोर्ट-सागर तिवारी

ऊंचाहार-रायबरेली -क्षेत्र के गोकना गंगा तट पर मत्स्य विभाग द्वारा रिवर रिचिंग कार्यक्रम और जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया । जिसमें मत्स्य पलकों को मत्स्य प्रजातियों के संरक्षण व मत्स्य पालन के धारणीय विकास के बारे में बताया गया और रोजगार को बढ़ावा देने की चर्चा की गई।
         गोष्ठी में मत्स्य विभाग के उपनिदेशक डॉ हरेंद्र प्रसाद ने बताया गया कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना  के तहत मछली पालन करने वालों को 40 से 60 प्रतिशत तक अनुदान दिया जाता है। इस योजना का लाभ लेने के लिए, आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होता है। आवेदन के साथ ज़रूरी दस्तावेज़ अपलोड करने होते हैं। इसके बाद, डीपीआर तैयार करके उसे आवेदन के साथ जमा करना होता है।डीपीआर मंज़ूर होने के बाद, योजना का लाभ मिलता है। उन्होंने बताया कि 
मत्स्य पालन और जलीय कृषि अवसंरचना विकास निधि  के तहत निजी उद्यमियों को परियोजनाओं के लिए मंज़ूरी दी जाती है।पोत संचार और सहायता प्रणाली के तहत, 13 तटीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 1 लाख मछली पकड़ने वाले जहाज़ों पर मुफ़्त में ट्रांसपोंडर लगाए गए हैं।. इससे मछुआरों की सुरक्षा सुनिश्चित होती है। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष रंजन चौधरी थी। इस मौके पर खंड विकास अधिकारी कामरान नेमानी , वरिष्ठ सहायक अनीश हैदर , प्रधान प्रतिनिधि बृजेश यादव,हरिश्चंद्र राहुल, राजेंद्र निषाद सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।