रायबरेली-500 की गड्डियों के वायरल वीडियो के मामले में स्वराज इंडिया पार्टी ने दिया जिला प्रशासन को ज्ञापन*

रायबरेली-500 की गड्डियों के वायरल वीडियो के मामले में स्वराज इंडिया पार्टी ने दिया जिला प्रशासन को ज्ञापन*

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रिपोर्ट-ओम द्विवेदी(बाबा)
मो-8573856824

वायरल वीडियो में दिख रहे पैसों की सच्चाई सामने आए : राम विलास यादव

जाँच कर दूध का दूध, पानी का पानी करे प्रशासन : अर्चना श्रीवास्तव

रायबरेली। बीते दिनों में 500-500₹ की करेंसी नोटों के बंडलों के एक कार्टून में रखे जाने के वायरल वीडियो और इस वायरल वीडियो को लेकर खबर चलाने वाले पत्रकारों पर व्यापारी द्वारा मिथ्या आरोप लगाने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। शनिवार को स्वराज इंडिया पार्टी ने भी जिलाधिकारी को ज्ञापन देते हुए पूरे प्रकरण के जाँच करवाए जाने की मांग की है। स्वराज इंडिया पार्टी के जिलाध्यक्ष राम विलास यादव ने कहा कि लाखों रुपए के कार्टून में रखे जाने वाले वायरल वीडियो के पीछे कुछ तो गड़बड़ जरूर है बड़ा सवाल है कि इतनी भारी रकम उसके पास आयी कहाँ से? एक छोटे से जिले में एक दिन में इतना कलेक्शन तो नहीं हो सकता है और अगर कलेक्शन कई दिनों का है तो इतनी बड़ी धनराशि रोक कर रखी क्यों गयी उसे चालू खाते में क्यों नहीं जमा किया गया? जिले में मेडिकल व्यवसाय में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार है 2 रुपए की गोली गरीब मरीजो को 200 ₹ में बेंची जाती है वायरल वीडियो की सच्चाई सामने आनी चाहिए और जब वीडियो वायरल हुआ तो उल्टा पत्रकार पर ही आरोप लगा दिया गया वास्तव में यह एक पत्रकार के खिलाफ शिकायत नहीं है बल्कि यह निष्पक्ष और निडर पत्रकारिता पर हमला है भ्रष्टाचार को उजागर करने पर आज एक पत्रकार के खिलाफ शिकायत करके दबाव बनाने का प्रयास हुआ है भविष्य में अन्य पत्रकारों पर भी इसी तरह दबाव बनाने की कोशिश होगी और अगर आज हम लोग निडर पत्रकारिता के साथ नहीं खड़े होंगे तो भविष्य में भ्रष्टाचार और अपराध के मामले उजागर होना बंद हो जाएंगे। स्वराज इंडिया पार्टी की नेत्री व अधिवक्ता अर्चना श्रीवास्तव ने कहा यह धन किसका है? किसको दिया गया है? कहीं यह धन किसी देश विरोधी गतिविधि में प्रयोग में लाने के लिए तो नहीं लाया गया है या फिर यह मनीलांड्रिंग और भ्रष्टाचारियों का पैसा है या फिर किसी राजनीतिक पार्टी को दिया जाने वाला काला गुप्त धन है? पूरा मामला बहुत गंभीर है और उक्त प्रकरण की निष्पक्ष जाँच बहुत आवश्यक है दुखद बात यह है कि उक्त वायरल वीडियो को रायबरेली के कुछ पत्रकारों द्वारा जब खबर के माध्यम से जनता तक पहुँचाने का कार्य किया गया तो आरोपी खबर को दबाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना कर उन्हें उत्पीडित करने का प्रयास कर रहे है प्रशासन इस वायरल वीडियो को गंभीरता से लेकर इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जाँच कर दूध का दूध और पानी का पानी करे।
स्वराज इंडिया पार्टी के नेता पुष्कर पाल ने कहा कि व्यवसायी अपने ऊपर लगे आरोपों पर स्पष्टीकरण देने के बजाए पत्रकारों पर आरोप लगा रहे हैं इससे साफ है कि दाल में कुछ तो काला है जब सरकार कैशलेस ट्रांजक्शन पर जोर दे रही है तो ऐसे में इतनी बड़ी रकम आयी कहाँ से और इस रकम को किस खाते में जमा किया गया, पत्रकार पर लगे आरोपों की जाँच से पहले जरूरी है कि वायरल वीडियो में दिख रहे पैसे की जाँच हो। ज्ञापन देने वालों में शिव प्रताप मौर्य, मंतोष कुमार, धीरज कुमार, अश्वनी वर्मा, संजय यादव, इन्द्रेश चौरसिया, कुलदीप यादव मो0 रफीक इत्यादि मौजूद रहे।