यदि आप भी आज मना रहे हैं जन्माष्टमी, तो यहां देखे शुभ मुहूर्त और पूजन मंत्र
रिपोर्ट-रोहित मिश्रा
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जन्माष्टमी पूरे देश में सबसे ज्यादा मनाए जाने वाले त्योहारों में से एक है। यही कारण है कि जन्माष्टमी को लेकर पूरे देश के लोगों में उमंग और उत्साह रहता है। हिन्दू मान्यता के अनुसार भक्त इस दिन भगवान कृष्ण की जयंती मनाते हैं। पंचांग के अनुसार कृष्ण जन्माष्टमी इस वर्ष 18 अगस्त को मनाई गई। लेकिन यह त्योहार 19 अगस्त को भी मनाया जाएगा।
जन्माष्टमी का त्योहार देश के साथ विदेशों में भी बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। जन्माष्टमी के दिन भक्त अनुष्ठानों और परंपराओं का पालन करते हुए रोहिणी नक्षत्र और अष्टमी तिथि तक उपवास रखते हैं। वैष्णव परंपराओं के आधार पर कृष्ण जन्माष्टमी लगातार दो दिनों तक मनाई जाएगी। जन्माष्टमी के दिन पूजा का शुभ मुहुर्त 19 अगस्त 12:04 पूर्वाह्न से 12:48 पूर्वाह्न तक है। इस समय में भजन कीर्तन के साथ साथ बाल गोपाल कृष्ण का जन्मोत्सव क्रायक्रम होगा। भगवान को झूला झुलाया जाएगा और उनकी आरती कर उन्हें माखन और मिश्री का भोग लगाया जाएगा. आप अपनी सुविधा के अनुसार खीर और पंजीरी का भी भोग लगा सकते हैं.
जन्माष्टमी पूजन मंत्र
“सच्चिदानंदरूपाय विश्वोत्पत्यादिहेतवे ।
तापत्रयविनाशाय श्रीकृष्णाय वयं नुम:।।”
पवित्र स्थान वृंदावन और मथुरा इस दिन विशेष उत्साह का अनुभव करते हैं। इन स्थानों का बहुत महत्व है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि भगवान कृष्ण का जन्म मथुरा में हुआ था और उन्होंने अपना बचपन वृंदावन में बिताया था। कृष्ण जन्माष्टमी लगातार दो दिनों तक मनाई जाएगी। भारत में ही नहीं अपितु पूरी दुनिया में कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर श्रद्धालु खासा उत्साह से भरे रहते हैं।