रायबरेली में नर्सिंग होमो की बाढ़

रायबरेली में नर्सिंग होमो की बाढ़

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रिपोर्ट-ओम द्विवेदी(बाबा)
मो-8573856824

रायबरेली- कोरोना काल मे जब सब व्यवसाय ध्वस्त हो गए इतिहास में पहली बार रेल का पहिया थमा पर अगर किसी ने रफ्तार पकड़ी तो वह सिर्फ नर्सिंग होमो ने, अगर बात रायबरेली जनपद की की जाए तो विगत दो वर्षों में यहां लगभग तीन दर्जन नर्सिंग होमो के रजिस्ट्रेशन हुए, यही नही इन नर्सिंग होमो के बाहर लगे बोर्ड में बकायदा  जनरल फिजिशियन से लेकर सुपर इस्पेसलिस्ट डॉक्टरों के नाम डिग्री के साथ आपको अंकित मिलेगा लेकिंग नर्सिंग होम के अंदर आपको कुई डॉक्टर मिल जाये यह गारंटी नहीं, आइए आपको रायबरेली से दिखाते है एक खास रिपोर्ट रायबरेली जनपद में इन दिनों आपको कागजो पर लगभग 89 नर्सिंग होम रजिस्टर्ड मिल जायेंगे यही नही बीते 2 वर्षो में लगभग तीन दर्जन नए नर्सिंग होमो का पंजीकरण भी हुआ है पर इनके मानक पूरे है यह  कह पाना मुश्किल है। आपको बता दे कि रायबरेली के गली कूचे में लगातार नर्सिंग होमो की बाढ़ देखने को मिल रही है, यही नही बकायदा कोई नर्सिंग होम 2 कमरे में तो कोई 4 यही नही के ऐसे भी नर्सिंग होम है जो ब्लेसमेन्ट में भी संचालित हो रहे है और इन सब पर स्वास्थ्य विभाग मेहरबान नजर आ रहा है, नर्सिंग होमो में आ रही बाढ़ को लेकर जब सीएमओ डॉक्टर वीरेंद्र सिंह से बात की वे तो उन्होंने बेतुका जवाब देते हुए कहा कि अगर सरकारी अस्पताल में मरीजो का इलाज नही हो पा रहा है तो यह बढ़िया है कि ज्यादा नर्सिंग होम होने से वह निजी अस्पताल में अपना इलाज करवा सकते है, यही नही उन्होंने यह भी कहा कि रायबरेली में लगातार अभियान चलाकर कार्यवाही भी की जा रही है और शायद यह कार्यवाही बन्द कमरों तक ही सीमित है। आइए आपको सुनवाते है पहले सीएमओ की जुबानी आपको यह भी बता दे कि रायबरेली के सीएमओ डॉ वीरेंद्र सिंह का कार्यकाल रायबरेली जनपद में दो वर्ष का हुआ है और इनके कार्यकाल में लगभग 3 दर्जन नर्सिंग होमो के लाइसेंस दिए गए है  पर इनके क्या मानक है यह बताने वाला कोई नही है यही नही शहर के नेहरूनगर, इंदिरानगर, रानानगर, राजघाट, रतापुर समेत कई ऐसे मोहल्ले है जहां शायद की कोई ऐसा नर्सिंग होम हो जो मानक को पूरा कर रहा हो कोई दो कमरे में चल रहा है तो कोई 4 कमरे में पर कार्यवाही शायद ही किसी पर हो।

 हाल ही में रायबरेली आये डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से कई लोगो ने अवैध व मानक विहीन नर्सिंग होमो की शिकायत भी की और उन्होंने सीएमओ को जांच कर आदेश भी दिए पर शायद स्वास्थ्य विभाग का वरदहस्त इन नर्सिंग होमो को मिल रखा है तभी इन पर कार्यवाही नही होती जिसका खामियाजा मरीजो व उनके तीमारदारों को भुगतना पड़ता है।