रायबरेली-साहब समयावधि पूर्ण होने के बावजूद भी सेतु का सड़क निर्माण आखिर क्यों है बाकी,,?

रायबरेली-साहब समयावधि पूर्ण होने के बावजूद भी सेतु का सड़क निर्माण आखिर क्यों है बाकी,,?
रायबरेली-साहब समयावधि पूर्ण होने के बावजूद भी सेतु का सड़क निर्माण आखिर क्यों है बाकी,,?

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रिपोर्ट-सागर तिवारी 

ऊंचाहार-रायबरेली-ऊंचाहार तथा फतेहपुर जनपद को आपस में जोड़ने के लिए पूरे तीर खरौली घाट के पास करीब चार वर्ष पूर्व गंगा नदी पर पक्के पुल का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। जून वर्ष 2022 तक निर्माण कार्य पूरा कर आवागमन शुरू कराने की सरकार द्वारा समय सीमा तय की गई थी। सड़क निर्माण ना होने से दोनों जनपदों के लोगों को 35 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है। जिससे क्षेत्रीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
       रायबरेली व फतेहपुर जनपदों के लोग नाव के जरिए गंगा नदी पार कर आते जाते हैं। समस्या को लेकर सरकार ने वर्ष 2019 में 87.56 लाख की लागत से 64.8 मीटर लम्बे पुल के निर्माण की आधारशिला रखी गई थी। सरकार द्वारा जून 2022 तक कार्य पूर्ण करने की समयावधि तय की थी। इस दौरान 11 माह की

 अतिरिक्त समय अवधि बीत जाने के बावजूद भी अब तक पक्के पुल के दोनों ओर पक्की सड़क का निर्माण नहीं हो सका। ऐसे में फतेहपुर की मंडियों से गला व सब्जी लाने वाले व्यापारियों को 35 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर तय कर डलमऊ होकर आना जाना पड़ता है। जिसकी वजह से वाहन ढुलाई खर्च भी बढ़ जाता है। यही नहीं क्षेत्र के हजारों लोगों की फतेहपुर व ऊंचाहार में रिश्तेदारयां हैं। जिससे लोगों को भी आवागमन में दुश्वारियां हो रही हैं। खरौली प्रधान पति गंगा विष्णु यादव, महेश कुमार, रंजीत कुमार, रामस्वरूप, सुंदर लाल, विनोद कुमार, मुन्ना निषाद, राजकुमार, शिवशरण, जियालाल निषाद आदि ने आक्रोश जताते हुए बताया कि यदि इस बार भी पुल से आवागमन शुरू नहीं हुआ तो आसपास गांवों के सैकड़ों लोगों के साथ तहसील में भूख हड़ताल के लिए बाध्य होंगे। फतेहपुर कार्यदाई संस्था के अवर अभियंता सुशील कुमार वर्मा ने बताया कि मिट्टी भराई का कार्य किया जा रहा है। इसके बाद लिंक मार्ग का निर्माण करा कर जून महीने से पक्के पुल से राहगीरों का आवागमन शुरू करा दिया जाएगा।