रायबरेली में श्रमिक ग्राम प्रधान की सास व ससुर मनरेगा में उठा रहे है लाभ

उनके भी खाते में पैसा भेजा जा रहा है। मामले की शिकायत डीएम से होने के बाद ब्लॉक कार्यालय में खलबली मची गई है।
बिन्नवा गांव के पुष्पेंद्र मौर्य और सूरज सिंह ने डीएम व डीपीआरओ को शिकायती पत्र देकर बताया कि ग्राम प्रधान राजेश्वरी हैं लेकिन ग्राम पंचायत का काम उनके पति समर बहादुर देखते हैं। आरोप है ग्राम प्रधान की बुजुर्ग सास व ससुर 2023 से मनरेगा में काम कर रहे हैं। उनकी मजदूरी बैंक खाते में भेजी जा रही है।
यही नहीं ग्राम प्रधान की देवरानी आशा कार्यकर्ता हैं। इसके बावजूद वह मनरेगा में कामगार हैं। तीनों लोगों के खाते में अभी तक करीब 20-20 हजार रुपये भेजे गए हैं। जिलाधिकारी से शिकायत के बाद ब्लॉक कार्यालय में अफरातफरी मच गई है। डीएम ने मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया है।
पूर्व में भी भ्रष्टाचार की हुई है शिकायत
ग्रामीण सूरज सिंह का कहना है 28 दिसंबर 2023 को डीएम को एक प्रार्थनापत्र देकर एक निजी विद्यालय के शिक्षक को मनरेगा में श्रमिक बनाने का आरोप लगाते हुए शिकायत की थी। मामले की जांच में आरोप सही मिलेथे। शिक्षक के बैंक खाते में 39 दिन की 8200 रुपये से अधिक की मजदूरी भेजी गई थी लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। खंड विकास अधिकारी अशोक सचान का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।



