रायबरेली-एनटीपीसी के अधिकारी संघ में दुष्कर्म का आरोपी , मची हलचल,,

रायबरेली-एनटीपीसी के अधिकारी संघ में दुष्कर्म का आरोपी , मची हलचल,,

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 रिपोर्ट-सागर तिवारी

ऊंचाहार-रायबरेली - एनटीपीसी के प्रतिष्ठित संगठन नेफ़ी की ऊंचाहार इकाई के चुनाव के बाद नवनिर्वाचित पदाधिकारियों के चरित्र को लेकर सवाल खड़े हो गए है । जिससे हलचल मची हुई है । बताया जा रहा है दुष्कर्म जैसे जघन्य अपराध के आरोपित का चयन हो गया है । जिससे न सिर्फ संगठन की प्रतिष्ठा को आघात लगा है अपितु इसके छींटे एनटीपीसी पर भी महसूस की जा रही है ।
     बताया जाता है कि एनटीपीसी ऑफिसर्स एसोसिएशन के चुनाव में महासचिव पद पर विकाश वशिष्ठ  का चयन किया गया हैं । इस चयन के बाद चारों ओर हंगामा खड़ा हो गया । दरअसल पूरा मामला करीब तीन साल पहले का है । जिसमें विकास वशिष्ठ पर बड़ा आरोप लगा था । एनटीपीसी के सिविल विभाग में विकाश वशिष्ठ के अधीन ठेकेदारी का काम करने वाले एक ठेकेदार ने इन पर अपनी बेटी के साथ दुष्कर्म का आरोप लगाया था । मामला पुलिस तक पहुंचा । किंतु दबाव और प्रभाव के कारण केस रजिस्टर्ड नहीं हो सका। जिसका परिणाम यह हुआ कि पीड़िता का पिता मानसिक रूप से परेशान हो गया और उसके बाद उसकी बीमारी से मौत भी हो गई थी । दुष्कर्म का आरोप लगाने वाले पिता की मौत तो गई किंतु उसका आरोप अभी भी जिंदा है । अब जब विकास वशिष्ठ बड़े संगठन के महासचिव बने तो यह आरोप एक बार फिर चर्चा में आ गया है । साथ ही सवाल खड़ा हुआ है कि एनटीपीसी के बड़े प्रतिष्ठित अधिकारियों के संगठन में आखिर ऐसे व्यक्ति को कैसे जगह मिल गई है ,जिस पर दुष्कर्म जैसा जघन्य अपराध का आरोप है । इस सवाल के जवाब में सभी जिम्मेदारों की जुबां खामोश है ,किंतु चारों ओर हलचल मची हुई है । पुलिस अधिकारी कह रहे हैं कि मामला काफी पुराना है , उनके पास शिकायत का कोई दस्तावेज भी नहीं है । ऐसे में कार्रवाई संभव नहीं है । कोतवाल संजय कुमार का कहना है कि यदि कोई पुनः शिकायत करता है तो जांच करके कार्रवाई की जाएगी ।