रायबरेली-चिन्मय विद्यालय में हिंदी एवं अंग्रेज़ी अंतर्सदन वाद-विवाद प्रतियोगिता का सफल आयोजन

रायबरेली-चिन्मय विद्यालय में हिंदी एवं अंग्रेज़ी अंतर्सदन वाद-विवाद प्रतियोगिता का सफल आयोजन

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रिपोर्ट-सागर तिवारी

चिन्मय विद्यालय में हिंदी एवं अंग्रेज़ी अंतर्सदन वाद-विवाद प्रतियोगिता का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया, जिसमें प्रतिभागियों ने अपने वाक्-कौशल, तार्किक क्षमता और आलोचनात्मक चिंतन से सभी को प्रभावित किया। प्रस्तुत तर्कों ने न केवल दर्शकों को प्रभावित किया बल्कि शिक्षा व्यवस्था पर पुनर्विचार के लिए भी प्रेरित किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधानाचार्य श्री मनीष कुमार स्वामी एवं डॉ. बालेंद्र यादव, प्रोफेसर, हिंदी विभाग, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। हिंदी वाद-विवाद प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में डॉ. बालेंद्र यादव और श्री अशोक कुमार ठाकुर, विभागाध्यक्ष, हिंदी विभाग, चिन्मय विद्यालय, सम्मिलित रहे, जबकि अंग्रेज़ी वाद-विवाद के लिए विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षकों ने निर्णायक की भूमिका निभाई।
डॉ. बालेंद्र यादव ने छात्रों के वाक्-कौशल की भूरि-भूरि प्रशंसा की। प्रधानाचार्य श्री मनीष कुमार स्वामी ने परिणाम घोषित करते हुए प्रतिभागियों के अभिनव एवं विचारोत्तेजक तर्कों की सराहना की और उन्हें “कल्पना से परे” बताते हुए मंच को विचारों से समृद्ध करने वाला कहा।
हिंदी वाद-विवाद में सिद्रा बानो को सर्वश्रेष्ठ वक्ता (पक्ष), वैष्णवी कौशल को सर्वश्रेष्ठ वक्ता (विपक्ष) और उर्जिता को सर्वश्रेष्ठ प्रश्नकर्ता का पुरस्कार मिला। अंग्रेज़ी वाद-विवाद में भी प्रतिभागियों ने अपने आत्मविश्वास, भाषा की प्रवाहशीलता और प्रभावी तर्कों से सभी का मन जीता।
संपूर्ण अंकों के आधार पर फ्रेंडशिप सदन प्रथम स्थान पर रहा, इसके बाद फ्रीडम हाउस और सिन्सियरिटी हाउस का स्थान रहा।
यह प्रतियोगिता छात्रों को भविष्य की प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेने के लिए प्रेरित करने के साथ-साथ उनके वाक्-कौशल और आत्मविश्वास को निखारने में सहायक सिद्ध हुई।