रायबरेली-महिला संबधित मामलो में लापरवाही बरत रहे है गदागंज थानेदार शरद कुमार

रायबरेली-महिला संबधित मामलो में लापरवाही बरत रहे है गदागंज थानेदार शरद कुमार

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रिपोर्ट-ओम द्विवेदी(बाबा)
मो-8573856824


रायबरेली-गदागंज थाना प्रभारी से लोगों को इंसाफ नहीं मिल पा रहा है । थाने पर थाना प्रभारी नौकरी नहीं सिर्फ चाकरी करने आए हैं। जिसकी वजह से पीड़ित शोषित महिलाओं को न्याय के लिए पुलिस अधीक्षक की चौखट पर गुहार लगाना पड़ रहा है।
         मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में महिला अपराध को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक की थी। पुलिस अधिकारियों को जीरो टॉलरेंस नीति के तहत अपराधों पर लगाम लगाने के साथ मामलों को दर्ज कर कम समय में न्याय दिलाने की बात कही थी लेकिन गदागंज थाना प्रभारी शरद कुमार अपनी ऊंची पहुंच के चलते अपने अधिकारियों को भी गुमराह कर थाना चला रहे हैं। जिसकी वजह से हाल ही में गदागंज थाना क्षेत्र के हसऊपुर गांव में पुलिस की प्रताड़ना से आजिज होकर महिला ने आत्महत्या कर लिया था। जिस पर मृतक के परिजनों ने हंगामा किया और पुलिस अधीक्षक से मामले की बात पुलिस अधीक्षक तक पहुंची थी। इसी मामले में पहले थानेदार ने बोला था कि पति की प्रताड़ना से आजिज होकर महिला ने जान दी है बाद में चोरी का आरोप लगाने वाले युवक पर मुकदमा दर्ज कर दिया था। गदागंज थाना क्षेत्र में आए दिन हो रही घटनाओं को लेकर थानेदार विवादों में चल रहे हैं। जिस मकसद से पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने उन्हें थाने की कुर्सी देकर भरोसा जताया था। उस भरोसे को भी उन्होंने तार-तार कर दिया। शनिवार को कोदऊ का पुरवा माधवपुर गांव की रहने वाली सीमा पत्नी रणविजय ने थानेदार पर आरोप लगाया है कि बरसात के पानी को लेकर मेरे देवर वा परिवार के लोगों ने मुझको मरणासन्न कर दिया। गले में पट्टा वह हाथ में पट्टी बंधी है। महिला ने रो-रोकर अपनी आपबीती बताई, उसके बाद भी थानेदार ने महिला की नहीं सुनी। महिला ने यह भी आरोप लगाया है कि मुकदमा लिखने के बजाय सुलह समझौते का पुलिस द्वारा दबाव बनाया जा रहा है।