Raibareli-छठ की बधाई एवं सरदार पटेल जयंती मनाई गई

Raibareli-छठ की बधाई एवं सरदार पटेल जयंती मनाई गई

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रिपोर्ट-शिवम त्रिवेदी

रायबरेली महाराजगंज। महावीर स्टडी स्टेट सीनियर सेकेंडरी कॉलेज महाराजगंज में लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती तथा छठ पर्व को बहुत ही हर्षोल्लास से मनाया गया अध्यापक तथा बच्चों ने सरदार पटेल के चित्र पर माल्यार्पण किया प्रधानाचार्य कमल बाजपेई ने बताया कि सूर्य तथा छठ मैया का संबंध भाई-बहन का है मूल प्रकृति के छठवें अंश से प्रकट होने के कारण इनका नाम छठ पड़ा या कार्तिकेय की पत्नी भी है इस पर्व में प्रातः काल में सूर्य की पहली किरण उषा तथा सायं काल अंतिम किरण प्रत्युषा को अर्ध्य देकर पूजा करते हैं सभी को छठ की हार्दिक बधाई दी प्रधानाचार्य ने बच्चों को बताया कि सरदार पटेल भाव विचार तथा क्रिया तीनों दृष्टि से भारतीयों को गुलामी की मानसिकता से मुक्त कराना चाहते थे उनका व्यक्तित्व बहुत आयामी था सरदार पटेल ने एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना हेतु गृहमंत्री 580 रियासतों को भारत में विलय कराया था इनके नेतृत्व में सबसे बड़ा किसान आंदोलन बारदोली का हुआ था जिसमें बल्लभ भाई पटेल नायक थे 1918 में किसानों के हित में गुजरात के खेड़ा में फसल नष्ट होने के बावजूद पूरा लगान देने के तत्कालीन बॉम्बे प्रेसीडेंसी की सरकार के निर्णय के खिलाफ जन आंदोलन खड़ा किया आप सत्ता की लालच से परे थे 1946 में या तय हुआ कि 2 सितंबर 1946 को भारत के अंतिम अंतरिम सरकार का गठन कर दिया जाएगा दो प्रदेश कमेटियों को छोड़कर सभी ने सरदार पटेल के नाम का समर्थन किया परंतु फिर महात्मा गांधी के कारण अपने अपना दावा नहीं किया सरदार पटेल चाहते थे कि हमारे मन की भीतर गुलामी का एक अंश भी शेष ना बच्चे यह ऐसी व्यवस्था से मुक्त चाहते थे जो हमें रंग के आधार पर जन्म के आधार पर उपासना पंत के आधार पर व्यक्ति या समाज में विभेद करती है हम सभी अपने लोग अपना समाज अपनी भाषा अपने देश के प्रति गौरव से परिपूर्ण है आज सरदार नहीं है पर उनका कृतित्व व्यक्तित्व स्टैचू ऑफ यूनिटी के रूप में जिंदा है इन सभी को सरदार पटेल के दिखाए रास्ते पर चलकर राष्ट्र को श्रेष्ठ राष्ट्र बनाना है।।