रायबरेली-हरछठ की तैयारी में लगे कुहार मिट्टी के बर्तनों नया रूप देता कुहार,,,

रायबरेली-हरछठ की तैयारी में लगे कुहार मिट्टी के बर्तनों नया रूप देता कुहार,,,

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रिपोर्ट-सागर तिवारी 

ऊंचाहार- रायबरेली- वैसे तो आज के दौर में फ्रिज, कूलर ,वाशिंग, मशीन और चीनी मिट्टी ,के बर्तन इस्तेमाल होते हैं  कोरोना के टाइम सभी बड़े घरों में मिट्टी का घड़ा इस्तेमाल किया जाने लगा था जहां कुहार अपनी चक्र को चला कर सुंदर-सुंदर बर्तन तैयार करता है और पका कर मार्केट में ले जाता है।तब लोग उसको पैसे देने के लिए मोलभाव किया करते हैं वही मार्केट में चीनी मिट्टी के बर्तन अन्य फैशन की  लोग तुरंत पैसे निकाल कर दे देते हैं।लेकिन एक गरीब का बर्तन लेने के लिए लोग तरह-तरह के नखरे किया करते हैं | हमने इस बर्तन बनाने वाले से पूछा दादा किसकी तैयारी कर रहे हो कहीं का आर्डर है क्या हाय क्या जब उन्होंने बताया आ रहा है उसी की तैयारी में लगे इस बर्तन में  चावल चना लाई और अन्य बहुत सारे चीजों को बनवा कर लोग भरकर पूजन करते हैं उसी की तैयारी है।क्या तुम्हारे घर में यह नहीं होता तब मैंने जाना कि दादा हरछठ को कह रहे हैं।दादा से पूछा इन बर्तनों को बनाकर आप कितने में पैसे में बैचोगे। दादा ने उत्तर दिया बेटा वैसे तो यह ₹15 की 12 पीस में बिकती है।