Raibareli- तो क्या नवागत चौकी इंचार्ज ने वन माफियाओं को दे रखी है खुली छूट*

Raibareli-  तो क्या नवागत चौकी इंचार्ज ने वन माफियाओं को दे रखी है खुली छूट*

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रिपोर्ट-सुधीर अग्निहोत्री

*बेखौफ वन माफिया ने हरे नीम के पेड़ को काटकर किया जमींदोज*

*वन विभाग की मिलीभगत से धड़ल्ले से की जा रही हरे प्रतिबंधित पेड़ों की कटान*

सरेनी-रायबरेली-क्षेत्र के गांवों में बेधड़क हरियाली पर आरा चल रहा है!दरअसल,जिन्हें वन की रखवाली का जिम्मा सौंपा गया है,वही हरियाली के दुश्मन बन गए हैं!पुलिस और वन विभाग की मिलीभगत से पूरा खेल खेला जा रहा है!थाना क्षेत्र के गांवों में प्रतिदिन बड़ी संख्या में प्रतिबंधित पेड़ों की कटान की जा रही है!वन माफिया आम,जामुन,नीम व महुआ सहित अन्य पेड़ों पर आरा चला रहे हैं!एक ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है जहां सरेनी थानांतर्गत गेगासो चौकी स्थित चोरहिया गांव में बेखौफ वन माफिया द्वारा वन विभाग व स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से एक हरे नींम के पेंड़ पर इलेक्ट्रिक आरा चलाकर जमींदोज कर दिया गया व लकड़ी को लोड़र में लादकर वनमाफिया मौके से रफूचक्कर हो गया!वहीं लकड़ी से लदे लोड़र का वीडियो कैमरे में कैद कर लिया गया!वहीं सूचना के बाद जिम्मेदारों ने हमेशा की तरह कार्यवाही की बात कही है!सूत्रों की मानें तो नवागत चौकी इंचार्ज ने चौकी की कमान संभालते ही वन माफियाओं को अवैध कटान की खुली छूट दे रखी है!साहब की मेहरबानी से बेखौफ वन माफिया धरती का सुहाग उजाड़ने पर पूरी तरह से आमादा दिखाई पड़ रहे हैं और हरी भरी धरती को रेगिस्तान बनाने पर तुले हुए हैं,जबकि सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर वृक्षारोपण को बढावा दे रही है और अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने की बात कह रही है!वहीं उनके ही मातहत चंद रुपयों की खातिर सरकार के वृक्षारोपण अभियान को पलीता लगाने का कार्य कर रहे हैं!वहीं एक लकड़ी ठेकेदार ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पुलिस और वन विभाग के लोग प्रति ट्राली के हिसाब से पैसा लेते हैं।वहीं,112 नंबर व हलका दरोगा व सिपाही भी सुविधा शुल्क वसूलते हैं!इन सब की मिलीभगत से वन माफिया के हौंसले बुलंद हैं।क्षेत्र में हरे प्रतिबंधित पेड़ों की कटान बेरोकटोक जारी है!समझने वाली बात है कि शिकायतों के बाद भी जिम्मेदार ध्यान नहीं देते हैं और छिटपुट कार्यवाही कर मामले से इतिश्री कर लेते हैं!