2024 की तैयारियों में जुटी बसपा, मायावती ने पार्टी पदाधिकारियों को दिए संगठन मजबूत करने के निर्देश…
रिपोर्ट-रोहित मिश्रा
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यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती ने पंजाब, चण्डीगढ़, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक में मायावती ने वहां के ताजा राजनीतिक, सामाजिक एवं कानून-व्यवस्था तथा महंगाई, गरीबी और बेरोजगारी आदि से त्रस्त लोगों के दुःख-दर्द भरे हालात की गहन समीक्षा की.
उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों को लोगों की मदद करने, कमियों में जरूरी सुधार लाकर लोकसभा चुनाव में तेजी से जुट जाने का निर्देश दिया. समीक्षा बैठक में मायावती ने संगठन की मजबूती और जनाधार को बढ़ाने पर विशेष बल दिया ताकि उन राज्यों में सत्ता के जरिये जनहित व जनकल्याण के कार्य हो सके. इस समीक्षा बैठक में मायावती ने कहा कि हर राज्य में विरोधी पार्टियों की सरकारों की गलत व जातिवादी नीतियों के कारण खासकर दलित, पिछड़े व कमजोर वर्ग एवं गरीबों के जीवन में आपेक्षित सुधार और बेहतरी के बजाय ज्यादातर बेरोजगारी व गरीबी ही बढ़ी है.
उन्होंने कहा कि विरोधी पार्टियों की सरकारों द्वारा किए गए वादे फरेब और कागजी हैं. ऐसे में करोड़ों गरीबों व उपेक्षितों का जीवन दशकों से अति-दुःखद बना हुआ है. वहीं उन्होंने पंजाब राज्य की समीक्षा बैठक के दौरान वहां चुनाव उपरान्त नई सरकार बनने के बाद भी रोजमर्रा के हालात में आवश्यक सुधार नहीं हो पाने का संज्ञान लेते हुए बड़ी बात कही.
उन्होंने कहा कि पंजाब में अपराध नियंत्रण व कानून-व्यवस्था की स्थित तेजी से बिगड़ी है. इसके प्रति सरकार को समुचित तौर पर गंभीर होना बहुत जरूरी है. खासकर बेरोजगारी और किसानों की समस्या आदि के सम्बंध में सरकार द्वारा प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है. बसपा सुप्रीमों द्वारा पंजाब राज्य में आगामी लोकसभा आमचुनाव को ध्यान में रखकर अभी से ही संगठन को तैयार करने और जनाधार को बढ़ाने पर विशेष बल दिया.
इसी प्रकार, सरकारी दावे के विपरीत जम्मू-कश्मीर में अभी तक भी हालात के सामान्य नहीं होने और वहां हर वर्ग के लोगों में से खासकर प्रवासी मजदूरों एवं कश्मीरी पंडितों के जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं होने पर चिन्ता व्यक्त की. उन्होंने केन्द्र सरकार से इन मामलों पर सही रूख अपनाकर आगे की कार्रवाई करने की मांग की.
मायावती ने बैठक के दौरान कहा कि जम्मू-कश्मीर में हालात को सामान्य बनाकर वहां लोकतंत्र की बहाली के लिए विधानसभा आमचुनाव कराना बहुत जरूरी है. ताकि वहां के लोगों को भी अपनी चुनी हुई सरकार मिल सके और वे पहले की तरह अपनी स्थानीय समस्याओं का समाधान स्वयं करने योग्य हो सकें.
इस दौरान उन्होंने आगे कहा कि लद्दाख के लोगों में भी उनकी अपनी मांगों को लेकर रोष और असंतोष है. समय-समय पर वे आन्दोलन के जरिए इसको उजागर भी करते रहते हैं. सरकार को उनकी शिकायत और जायज मांगों पर जरूर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने कहा कि हिमाचल में अभी-अभी विधानसभा आमचुनाव सम्पन्न हुआ है, जिसके अगले महीने आने वाले परिणामों की प्रतीक्षा है.
उन्होंने पदाधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि पार्टी को अपनी कमियों में जरूरी सुधार करके अगले लोकसभा चुनाव की तैयारी में तेजी से जुट जाना चाहिए. बसपा समर्थक हर जगह मौजूद हैं. उन्हें मिशनरी सोच के आधार पर संगठित करने और अपने बलबूते पर ही चुनावी सफलता अर्जित करने के लिए तैयार करने की जरूरत है.