20 से 25 लाख श्रद्धालु कार्तिक पूर्णिमा पर लगाएंगे डुबकी, तैयारियों में जुटा प्रशासन
रिपोर्ट-रोहित मिश्रा
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डेस्क: कर्तिक पूर्णिमा के अवसर पर तिगरी गंगा धाम में गंगा किनारे लगने वाले ऐतिहासिक मेले की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं, 4 नवंबर को इसका विधिवत उद्घाटन किया जाएगा, गंगा की रेती पर कई लाख श्रद्धालु यहां पर तंबू बनाकर प्रवास करते हैं, साथ ही कार्तिक पूर्णिमा के दिन दो 20 से 25 लाख श्रद्धालु मुख्य स्नान कर आस्था की डुबकी लगाएंगे। इसको लेकर तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे डीएम बालकृष्ण त्रिपाठी ने भारत समाचार से खास बातचीत की।
चार नवंबर से शुरू होने तिगरी गंगा मेले में 8 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर कई लाख श्रद्धालु तिगरी गंगा में आस्था की डुबकी लगाऐंगे। डीएम बीके त्रिपाठी तिगरी गंगा मेले की तैयारियों की समीक्षा लेने पहुंचे। डीएम बीके त्रिपाठी ने पैदल भ्रमण कर पूरे तिगरी गंगा मेले में तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान डीएम ने जल्द से जल्द तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि देखा जा रहा है कि मेले की अभी भी तैयारियां अधूरी है। कहा कि तिगरी मेले की तैयारियों में सजग नहीं दिखने पर अधिकारियों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। लापरवाही बरतने वाले के खिलाफ शासन को पत्र लिखकर निलंबन की कार्रवाई कराई जाएगी।
डीएम ने कहा कि मेले को भव्य बनाने में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं की जानी चाहिए। कहा कि जो रोड बनाई जा रही है, गुणवत्ता युक्त हो, धूल न उड़े। दिन में कई बार पानी का छिड़काव लगातार होना चाहिए। कहा कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं ना करना पड़े। संवेदनशील होकर अधिकारी कार्य करें। कहा कि जो दायित्व निर्धारित किए गए हैं ईमानदारी के साथ निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि पुलिस रात में भी स्टे करें। ताकि जो काम चल रहा है उनके मजदूर असुरक्षा की भावना महसूस ना करें। कहा कि चार नवंबर से पहले सभी कार्य पूर्ण हो जाना चाहिए।
4 नवंबर को तिगरी गंगा मेले का विधिवत उद्घाटन किया जाएगा। कहा कि प्रकाश रोड और घाटों की व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए। गहराई वाले बिंदुओं पर बैरिकेडिंग अवश्य कर दिया जाए। नाव गोताखोरों की सूची पुलिस कर्मियों के पास होनी चाहिए। अराजक तत्वों के साथ कड़ाई से निपटा जाएगा। कहा कि शौचालय पर्याप्त बनाए जाएं और चेंजिंग रूम भी पर्याप्त हो। ताकि महिलाओं को कपड़े बदलने में किसी भी प्रकार की समस्या ना हो। कहा कि मुख्य स्थलों पर हाई मास्क लाइट भी लगाई जाए। पानी की गुणवत्ता की जांच होनी चाहिए। स्वच्छ व शुद्ध पेयजल श्रद्धालुओं को उपलब्ध कराया जाएगा।