Sawaan-चमत्कारिक एवं लोगों की आस्था का केंद्र है नागेश्वर मंदिर,जानिए क्या है विशेषता

Sawaan-चमत्कारिक एवं लोगों की आस्था का केंद्र है नागेश्वर मंदिर,जानिए क्या है विशेषता

-:विज्ञापन:-

रिपोर्ट-ओम द्विवेदी(बाबा)
मो-8573856824


उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले के दक्षिणी छोर पर गंगा नदी के किनारे बसा डलमऊ बहुत ही पौराणिक एवं ऐतिहासिक नगर है डलमऊ का इतिहास बहुत ही गौरवशाली है यहां के ऐतिहासिक धार्मिक स्थलों में नागेश्वर महादेव मंदिर का चमत्कारी महत्व है गंगा नदी के तट पर किला के नीचे पंप कैनाल के बगल में स्थित नागेश्वर मंदिर बहुत ही प्राचीन मंदिर है मंदिर के इतिहास के बारे में शायद ही किसी को पता हो  नागेश्वर मंदिर की स्थापना कब और किसने की इसके बारे में किसी को कुछ नहीं पता लोगों का मानना है कि नागेश्वर शिवलिंग स्वयंभू है शिवलिंग पृथ्वी से स्वयं निकला है मंदिर के आसपास सांपों का वीरा होने की वजह से इस मंदिर का नाम नागेश्वर पड़ गया यहां रहने वाले सांपों ने शिव मंदिर में दर्शन करने के लिए आने वाले भक्तों को आज तक किसी भी तरह से नुकसान नहीं पहुंचाया है मंदिर का इतिहास खंगालने एवं लोगों से मिली जानकारी के अनुसार 1957 में मंदिर का जीर्णोद्धार राजा खजूर गांव रियासत के द्वारा कराया गया था कई वर्षों पहले डलमऊ पंप कैनाल के एक अधिकारी के द्वारा मंदिर में कुछ निर्माण करवाया गया था पर नागेश्वर महादेव मंदिर के चमत्कार के बारे में कई सारे लोगों ने जानकारी दी स्थानीय निवासी एक भक्त ने स्वयं के साथ घटी एक घटना के बारे में बताया कि वह मंदिर में जाकर नित्य नागेश्वर महादेव के दर्शन करता था एक बार उसने नागेश्वर महादेव के प्रथम पूजन दर्शन की बात सोची और अगले दिन सुबह के 3:00 बजे दर्शन करने पहुंचा और जैसे ही वह मंदिर के प्रवेश द्वार पर पहुंचा तो देखा कि वहां पर मंदिर के मुख्य द्वार पर दो बिचखोपड़ीया दिखाई पड़ी जिस कारण भक्त मंदिर के अंदर प्रवेश करने की हिम्मत ना हुई तब भक्त ने दूसरे द्वार से मंदिर के अंदर प्रवेश किया मंदिर के अंदर का दृश्य देखकर उनके रोंगटे खड़े हो गए क्योंकि वहां पर पहले से ही एक विशालकाय सर्प नागेश्वर महादेव के दर्शन कर रहा था भय वश भक्त की मंदिर में पूजन एवं दर्शन करने की हिम्मत ना हुई और वह वापस घर को लौट गया स्थानीय लोगों का कहना है कि नागेश्वर महादेव के प्रथम दर्शन वहां आसपास रहने वाले सर्प ही करते हैं कोई मनुष्य नागेश्वर महादेव की प्रथम दर्शन नहीं कर सकता मंदिर से जुड़ी एक घटना एक महिला भक्त के साथ भी घटी हुआ कुछ यूं महिला भक्त नित्य नागेश्वर महादेव मंदिर दर्शन करने जाया करती थी एक दिन वह अपनी भतीजी के साथ मंदिर में दर्शन पूजन के लिए गई हुई थी और जब वह भक्ति में लीन थी तो उसकी छोटी सी भतीजी ने झुककर शिवलिंग पर मत्था टेका तभी उसका हाथ शिवलिंग से लिपटे सर्प पर पड़ गया जो पहले से ही नागेश्वर महादेव के शिवलिंग से लिपटा हुआ था तेल दबाव पड़ने के बाद भी सर्प ने उसे कोई नुकसान नहीं पहुंचाया वही दर्शन में लीन उसकी बुआ को भतीजी ने आवाज लगाकर बताया बुआ बुआ भगवान के ऊपर लुलु चढ़ा है सब बच्ची की बुआ ने आंखें खोल कर देखा तो नागेश्वर महादेव की शिवलिंग से एक विशालकाय नाग लिपटा हुआ है जिसे देखकर उन लोगों को भय हुआ किंतु सर्प ने किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया महिला भक्त दर्शन पूजन के बाद वापस अपने घर चली आई अपने साथ घटी घटना को लोगों को बताया तो लोगों ने इसे नागेश्वर महादेव का चमत्कार बताया वैसे तो नागेश्वर महादेव में ऐसी बहुत सारी चमत्कारी घटनाएं घट चुकी है 

रमाकांत द्विवेदी मौला शिकायत गई निवासी ने बताया की यहां की मान्यता है कि जिन महिलाओं के बच्चे नहीं होते जो लोग असाध्य रोगों से पीड़ित लोग चमत्कारिक रूप से स्वस्थ हो जाते हैं 

नागेश्वर महादेव के भक्त अमरेश पांडे ने बताया कि यहां पर जो भी सच्चे मन से आता है उसकी मनोकामना अवश्य पूर्ण होती उन्होंने बताया कि सावन माह में मां गंगा मंदिर की सीढ़ियों को जरूर स्पर्श करती हैं वैसे तो नागेश्वर मंदिर में भक्तों का रोज आना जाना लगा रहता है लेकिन सावन के महीनों में यहां पर भीड़ दिखाई पड़ती है 

भोले शंकर पाठक ने बताया कि सावन महीने के सोमवार के दिन भक्तों द्वारा रुद्राभिषेक जलाअभिषेक ओम नमः शिवाय जाप एवं भजन कीर्तन का कार्यक्रम किया जाता है सावन के सोमवार की विशेष महत्ता होने के कारण यहां पर शिव भक्तों की भारी भीड़ दिखाई पड़ती है