Raibareli-अंधविश्वास में जान गंवाने के बाद भी लोग जा रहे हैं कथित बाबाओं के पास*

Raibareli-अंधविश्वास में जान गंवाने के बाद भी लोग जा रहे हैं कथित बाबाओं के पास*

-:विज्ञापन:-

रिपोर्ट-अमित अवस्थी

बछरावां-रायबरेली-क्षेत्र के अंदर झाड़-फूंक व बाबाओं के चक्कर में पडकर अब तक सर्पदंश के कारण कितने ही लोग जिंदगी गवा चुके हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में सांप काटने के बाद पहले लोग झाड़-फूंक करने वाले बाबाओं के पास दौड़ते हैं वहां से निराश होने के बाद जब तक अस्पताल जाते हैं तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। बीते दिनों शिवगढ़ थाना क्षेत्र के एक गांव की 11 वर्षीय बालिका इन्हीं चक्रों में पढ़कर अपनी जान गवा चुकी। जलालपुर, सेहंगों सहित ऐसे कितने ही गांव हैं जहां लोग अस्पताल उस समय पहुंचे जब जहर पूरे शरीर में फैल चुका था। ऐसा

 ही एक नजारा गुरबख्श खेड़ा मजरे एशिया में देखने को मिला जहां एक महिला के कथनानुसार उसे किसी विषैले जंतु द्वारा काट लिया गया था उसे शक हुआ कि शायद उसे किसी सांप ने डस लिया है परिजन अस्पताल ले जाने के बजाय बबलू सिंह नामक एक बाबा के पास लेकर पहुंचे इस दृश्य को देखने के लिए एक पत्रकार भी मौके पर पहुंच गया बाबा द्वारा महिला की पीठ पर थाली रख कर पत्थरों से मारा जाने लगा यह देख कर उक्त पत्रकार ने जब उस महिला को अस्पताल ले जाने की सलाह दी तो कथित बाबा द्वारा पत्रकार का मोबाइल छीनने का प्रयास किया गया और भरपूर अभद्रता भी की गई सवाल यह उठता है कि इस विज्ञान के युग में कब लोग अंधविश्वास से ऊपर आएंगे कि ऐसे ही अपनी जान गवाते रहेंगे। यह ज्ञात नहीं हो पाया कि उक्त महिला ठीक हुई कि नहीं जैसा भी हो इस तरह के अंधविश्वासी बाबाओं पर रोक लगाने की बहुत बड़ी आवश्यकता है।