रायबरेली-ऊँचाहार पुलिस अपने कारनामों के चलते हमेशा रहती सुर्खियों में जाने क्या,,,,,

रायबरेली-ऊँचाहार पुलिस अपने कारनामों के चलते हमेशा रहती सुर्खियों में जाने क्या,,,,,

-:विज्ञापन:-

रिपोर्ट-सागर तिवारी 


ऊंचाहार-रायबरेली-जिले की ऊँचाहार पुलिस अपने कारनामों के चलते हमेशा सुर्खियों में रहती है. जहां आज भी पुलिस के कारनामे का मामला सामने  आया है.इसके साथ ही पुलिस मित्र होने का दावा करने वाली पुलिस का असली चेहरा भी सामने आया है,जिससे पुलिस की कार्य शैली पर सवाल भी खड़े हो रहे है. वहीं रायबरेली पुलिस का एक ऐसा ही कारनामा जिले के ऊँचाहार थाना में देखने को मिला है, जिसमें एक दलित युवक की शिकायत पर पुलिस ने फर्जी हस्ताक्षर बनाकर सुलहनामा करवा दिया 

दरअसल आपको बता दें कि थाना क्षेत्र के रसूलपुर गांव के रहने वाले हैं भाईलाल कन्दरावां  मजरे रूप के पुरवा गांव में सब्जी लेने के लिए आया हुआ था तभी गांव के रहने वाले अजय सिंह और कप्तान सिंह वहां पर पहुंचे और भाई लाल से शराब लाने के लिए उससे उसकी बाइक मांगने लगे जब पीड़ित ने बाइक देने से मना कर दिया तो दबंगों का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया और भाई लाल को बेरहमी से पीटते पीटते भद्दी भद्दी गालियां भी दी उसके बाद पीड़ित ने ऊंचाहार कोतवाली में नामजद तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई लेकिन पीड़ित की तहरीर मिलने के बाद ऊंचाहार पुलिस ने बड़ा खेल कर दिया आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के बजाय पुलिस ने सांठगांठ करते हुए दोनों आरोपियों को बरी किया और साथ ही भाई लाल का फर्जी हस्ताक्षर बनाकर सुलहनामा कर दिया जब पीड़ित थाने पर शिकायत के बारे में जानकारी लेने पहुंचे तब उसे फर्जी हस्ताक्षर किया हुआ सुलह नामा पकड़ा दिया गया ,पीड़ित ने कहा कि वो पढा लिखा नही है ,फिर भी कोतवाली पुलिस ने आरोपियों को बचाने के लिये इतना बड़ा खेल कर दिया है