Raibareli-फरियादियों की जुबां खामोश करने के लिए कोतवाल की भाषा हो जाती है अमर्यादित

Raibareli-फरियादियों की जुबां खामोश करने के लिए कोतवाल की भाषा हो जाती है अमर्यादित

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रिपोर्ट-शिवम त्रिवेदी

रायबरेली-कोई पीड़ित अपनी व्यथा खुलकर न कह पाए ,इसके लिए पुलिस के जिम्मेदार अधिकारी उसकी आवाज दबाने लिए  अमर्यादित भाषा का प्रयोग करके सरेआम सरकार के दिशा निर्देशों की अवहेलना कर रहे हैं।  
 ताजा मामला जिले के लालगंज कोतवाली का है ।जहां समाधान दिवस में कोतवाल की भाषा और आचरण किसी अपराधी जैसा नजर आया है ।


लालगंज  कोतवाली में शनिवार को समाधान दिवस आयोजित था। जहां पर बड़ी संख्या में फरियादी अपनी व्यथा लेकर पहुंचे थे ।राजस्व विभाग के अधिकारियों के सामने लालगंज कोतवाल ने एक फरियादी को उसकी  समस्या के निदान की अपेक्षा पर किसी बड़े दबंग अपराधी जैसा आचरण करते हुए उसको न सिर्फ  अपशब्द कहा बल्कि सरेआम उन्होंने एक सामान्य मर्यादा को भी तार-तार किया  है। मामला वीडियो में कैद हो गया, और इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो भी हो 


 गया ।वायरल वीडियो के बाद कोतवाल ने  अपने बचाव के लिए  पीड़ित पर दबाव बनाकर उसका एक नया वीडियो वायरल किया है । जिसमें पीड़ित वायरल वीडियो को फर्जी बता रहा  है। 
   रायबरेली में यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी रायबरेली की  ऊंचाहार कोतवाली के कोतवाल ने   एक दुर्घटना के मामले में मृत किशोर के परिजनों के  साथ गाली गलौज , धमकी और  अनैतिक आचरण किया था। मामला जब मीडिया में वायरल हुआ तो  कोतवाल ने पीड़ित को पकड़कर उससे अपने पक्ष में बयान जारी करके अधिकारियों के पास भेज दिया।  इस तरह के आचरण अक्सर जिले के कोतवाल करते रहते हैं।  वह सिर्फ शासन की के दशा निर्देशों की अवहेलना कर रहें है , अपितु  अधिकारियों को गलत सूचनाएं देकर उन्हें गुमराह भी करते रहते हैं । अधिकारी भी ऐसे हैं , कि जो उनकी बात पर भरोसा करते हैं।ऐसी दशा में आम जनमानस लगातार पीड़ित , प्रताड़ित और अपमानित हो रहा है ।