रायबरेली-बंद कमरे में तहसीलदार के लिपिक द्वारा अनैतिक लोगों को बैठा कर फाइलों का निपटारा किये जाने का आरोप,,,,

रायबरेली-बंद कमरे में तहसीलदार के लिपिक द्वारा अनैतिक लोगों को बैठा कर फाइलों का निपटारा किये जाने का आरोप,,,,

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रिपोर्ट-सागर तिवारी 


ऊंचाहार रायबरेली- बुधवार को तहसील बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य का बहिष्कार किया था। आरोप है कि इस दौरान तहसीलदार के लिपिक द्वारा अनैतिक लोगों को न्यायालय कक्ष में बैठा कर बाहर से ताला लगवाते हुए न्यायिक फाइलों का निपटारा किया जा रहा था। जानकारी होने पर तहसील बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने तहसीलदार व लिपिक के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए जमकर प्रदर्शन किया।
      तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष शिव गोपाल सिंह चंदेल, उपाध्यक्ष जय बहादुर मौर्य, राजेंद्र कुमार शुक्ला, राकेश कुमार, गिरीश चंद्र द्विवेदी,चंद्र किशोर शुक्ल, दिनेश चंद्र त्रिपाठी राकेश चंद्र उपाध्याय, चंद्रमणि त्रिपाठी, संदीप सिंह, राकेश कुमार, विमल कुमार शुक्ल, शिवजी पांडेय का कहना है कि बार एसोसिएशन कानपुर के प्रकरण के संबंध में समर्थन के उद्देश्य बुधवार को बैठक के बाद सभी अधिवक्ता गण न्यायिक कार्य से विरत रहे। इस दौरान दोपहर बाद तहसीलदार के पेशकार बृजेश कुमार सोनकर द्वारा न्यायालय कक्ष में अनैतिक लोगों को बैठा कर न्यायिक फाइलों का निपटारा किया जा रहा था। साथ ही न्यायालय कक्ष के दरवाजे पर बाहर से ताला लगवा दिया गया। अध्यक्ष ने बताया कि मामले की जानकारी होने पर अधिवक्ताओं द्वारा दरवाजा खुलवाने का प्रयास किया लेकिन नहीं खुला। तो नायब तहसीलदार जगतपुर को साथ लेकर किसी तरह अधिवक्ताओं ने दरवाजा खुलवाया। जिसके बाद नाराज अधिवक्ताओं ने तहसील परिसर में नारेबाजी करते हुए जमकर हंगामा किया। पेशकार बृजेश सोनकर का कहना है कि लगाए गए सारे आरोप असत्य निराधार हैं। तहसीलदार अजय कुमार गुप्ता ने बताया कि धूप आने की वजह से दरवाजा बंद किया गया था। ताला लगाने व फाइलों के निपटारे की बात गलत है।