रायबरेली-एपीओ मनरेगा की कमीशन खोरी से विभाग में फैला भीषण भ्रष्टचार,,,,

रायबरेली-एपीओ मनरेगा की कमीशन खोरी से विभाग में फैला भीषण भ्रष्टचार,,,,

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रिपोर्ट-सागर तिवारी 

ऊंचाहार- रायबरेली- सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में भी भ्रष्टचार का बोलबाला है। मनरेगा योजना के अन्तर्गत ग्रामीणों को रोज़गार मुहैया कराने और गांव के विकास कराने के उद्देश्य से शुरू की  गई मनरेगा योजना में एपीओ मनरेगा जमकर धन उगाही कर के सरकार की मंशा को न सिर्फ तार तार कर रही हैं अपितु ग्रामीणों को रोजगार देने की मंशा को वह पैरों तले रौंद रही हैं। 
एपीओ मनरेगा की अवैध वसूली और मनमानी से सरकार की मनरेगा योजना में भ्रष्टचार व्याप्त है। एपीओ मनरेगा द्वारा मनरेगा के सभी कच्चे पक्के कार्यों में जमकर कमीशन बाजी की जाती है। जिससे ग्राम सभाओं में भ्रष्टचार का बोलबाला है। 
 सूत्रों के अनुसार ऊंचाहार विकास खण्ड कार्यालय में तैनात महिला एपीओ मनरेगा ने गांवों में किए जानें वाले मनरेगा के कार्यों में कमीशन तय किया है। एपीओ मनरेगा ने सॉफ्टवेयर के जरिए कार्य स्वीकृति के लिए अच्छा खासा कमीशन तय किया है। यही नहीं एपीओ मनरेगा कर्मचारियों की सेवा वृद्धि, फर्जी बिल से पैसा निकलवाने के लिऐ भी मोटी रकम की वसूली की जाती है। जानकर बताते हैं कि एपीओ की अवैध वसूली से ग्राम प्रधान मानसिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित हैं। जानकर बताते हैं कि एपीओ मनरेगा ने टीएस के नामपर मनरेगा के कार्यों में धनराशि का एक प्रतिशत चार्ज करती हैं। इतना ही नहीं एपीओ मनरेगा जिले के अधिकारियों के नाम से भी धन उगाही करती हैं। इन्ही के इशारे पर विकास खण्ड कार्यालय में तैनात कम्प्यूटर ऑपरेटर और लिपिक का भी एक–एक प्रतिशत चार्ज करते हैं। जिससे सरकार की महत्वाकांक्षी योजना में से एक मनरेगा योजना में भीषण भ्रष्टाचार व्याप्त है।