कर्नाटक में प्रियंका गांधी के भाषण व लोकप्रियता से बिगड़ा भाजपा का खेल

कर्नाटक में प्रियंका गांधी के भाषण व लोकप्रियता से बिगड़ा भाजपा का खेल

-:विज्ञापन:-

कर्नाटक चुनावों में कांग्रेस की शानदार जीत में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की भूमिका क़ाबिले गौर रही। कर्नाटका चुनावों में प्रियंका गांधी के आक्रामक भाषण, महिलाओं व युवाओं के बीच उनकी लोकप्रियता, उनकी मिलनसार और दिल को छूजाने वाली शैली व उन में इंदिरा गांधी की छवि की ख़ासी चर्चा रही। प्रियंका गांधी ने कुल मिलाकर 34 रैलियां, रोड शो और नुक्कड़ सभाएं की थीं और शुरुआत में एक महिला सम्मेलन को सम्बोधित किया था। इन चुनावों में प्रियंका गांधी के चुनाव अभियान कास्ट्राइक रेट लगभग 70% रहा। वे अपने खास अंदाज में लोगों से रिश्ता जोड़ने के साथ साथ जो जमीनी मुद्दे थे उनको सहजता से लोगों को समझाती रहीं।

जहां एक तरफ़ कांग्रेस की इस जीत में राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुनखरगे, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी एवं कांग्रेस के स्थानीय नेताओं के सधे हुए चुनाव अभियान, नेताओं की एक जुटता व कांग्रेस की गारंटियों की महत्वपूर्ण भूमिका मानी जा रही है, वहीं प्रधानमंत्री मोदी के कांग्रेस पर हमलों का जवाब देने व महिला मतदाताओं को जोड़ने को लेकर राजनीतिक विश्लेषक प्रियंका गांधी की भूमिका को महत्वपूर्ण मान रहे हैं। कर्नाटका के चुनाव में भारत जोड़ो यात्रा के सकारात्मक प्रभाव की भी बड़ी भूमिका मानी जा रही है। राहुल गांधीजी की भारत जोड़ो यात्रा 38 सीटों से गुजरी थी, उसमें से 75%सीटों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की।

प्रियंका गांधी का जुझारू प्रचार अभियान:

प्रियंका गांधी ने अपना चुनाव प्रचार बंगलौर में‘ नानायकी सम्मेलन’ में कर्नाटका की महिलाओं के लिए प्रतिमाह 2000रु की गारंटी की घोषणा करके शुरू किया। इस घोषणा ने और कार्यक्रम में उमड़ी भारी भीड़ के चलते भाजपा सरकार के पैरों तले से ज़मीन खिसक गई। कन्नड़ में प्रियंका गांधी का आहवाहन, “मेरी बहनों उठ खड़ी हो” कर्नाटका की महिलाओं के दिल में घर कर गया। इस समय तक कर्नाटक में चुनावों की घोषणा भी नहीं हुई थी। लेकिन प्रियंका गांधी की महिलाओं को लेकर इस घोषणा में भाजपा सरकार के ख़ेमे में हलचल मचा दी थी।

जब पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर भाजपा सरकार हमलावर हुई और उनकी संसद की सदस्यता छीनली, उस समय कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कांग्रेस पार्टी की बैठक में इस बात को मज़बूती से रखा, “कर्नाटक चुनाव जीतकर हम भाजपा को करारा जवाब देंगे। हमें कर्नाटका चुनावों को लेकर कमर कसनी चाहिए”

चुनाव घोषित होने के बाद कर्नाटका में 25 अप्रैल 2023 से प्रियंका गांधी ने फिर प्रचार अभियान की शुरुआत की। मैसूर क्षेत्र से अपने अभियान की शुरुआत कर, प्रियंका गांधी ने कर्नाटका के हर क्षेत्र में रैलियाँ कीं। पूरे अभियान में प्रियंका गांधी ने13जनसभाएँ, 12 रोड शो, 2 महिलासभाएँ और 1 कार्यकर्ता सम्मेलन को सम्बोधित किया। प्रियंका गांधी ने अपनी पहली ही सभामें भाजपा पर ज़ोरदार हमला बोला। 40% कमीशन से लेकर नंदिनी पर हमले जैसे मुद्दे उठाकर और कांग्रेस की गारंटियों को जनता को अच्छे से समझाकर प्रियंका गांधी ने जनता का दिल जीत लिया।

प्रियंका गांधी के भाषणों की ख़ास बात रही उसमें जनता से रिश्ता बनाने की शैली। जहां एक तरफ़ कर्नाटक के लोगों की मेहनत और प्रतिभा को सराहते हुए प्रियंका गांधी ने कर्नाटका की जनता से रिश्ता बनाया, वहीं दूसरी तरफ़ भाजपा द्वारा इस प्रतिभा की उपेक्षा करने व कर्नाटका के लोगों के साथ धोखेऔर लूट को उन्होंने मुद्दा बनाया

प्रधानमंत्री मोदी पर करारा पलटवार

कर्नाटक में प्रियंका गांधी का चुनाव अभियान एकदम जनता के मुद्दों पर केंद्रित था। जबकि भाजपा के नेताओं के चुनाव अभियानों में मुद्दों के इतर बाक़ी सब कुछ था। जब प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपा के चुनाव अभियान कीक मान सम्भाली तब उन्होंने भी मुद्दों पर बात करने की बजाय कांग्रेस को कोसने से अपने अभियान की शुरुआत की।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने जमखंडी में प्रधानमंत्री मोदी पर करारा पलटवार करते हुए कहा, “प्रधानमंत्रीजी कर्नाटक आकर आपका दुःख सुनने की बजाय अपना दुखड़ा आपको सुनाते हैं। उनके पास कर्नाटका के किसानों की, महिलाओंकी, युवाओं की समस्या की लिस्ट नहीं है, मगर इस बात की लिस्ट है कि किसने उनको गाली दी।“

प्रियंका गांधी का ये भाषण इंटरनेट पर तेजी से वायरल हुआ। इस भाषण ने सारे रिकार्ड तोड़ दिए। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी के कर्नाटका चुनाव अभियान की हवा निकालने के मामले में प्रियंका गांधी का ये भाषण टर्निंगपोईँट था। इसके बाद लगातार प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी व अन्य भाजपा नेताओं पर मुद्दागत बातें न करने के लिए तीखे हमले किए।

प्रियंका गांधी का जनता से आत्मीय रिश्ता बनाने वाला चुनाव अभियान

कर्नाटक चुनाव अभियान के दौरान कई ऐसे मौक़े आए जब प्रियंका गांधी के जनता से आत्मीय रिश्ते की झलक मिली। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि प्रियंका गांधी बहुत ही सहज अन्दाज़ में जनता से आत्मीय रिश्ता बनाने का हुनर रखती हैं। उनकी यही शैली जनता को भाती भी है। कर्नाटका चुनावों में प्रियंका गांधी की यह शैली कई बार देखने को मिली।

हनूर में महिला संवाद के दौरान सवाल जवाब के समय एक आदिवासी महिला थिरुमम्माने प्रियंका गांधी से कहा कि वो उनको देखकर बहुत खुश हुईं और उनमें उन्हें इंदिरा गांधी की झलक दिखी। प्रियंका गांधी ये सुनते ही मंच से उतरकर गईं और उन्होंने थिरुमम्मा को गले लगाया और उनसे खूब बातें कीं