रायबरेली-पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार से रंगदारी मांगने का मामला रंगदारी मांगने वाले पर दर्ज हुई FIR

रिपोर्ट-ओम द्विवेदी(बाबा)
मो-8573856824
रायबरेली-लोक निर्माण विभाग के एक ठेकेदार से न सिर्फ पांच हजार की रंगदारी मांगी गई, बल्कि न देने पर जान से मारने की धमकी भी दी गई। धमकी मिलने के बाद से ठेकेदार व उसका परिवार सहमा हुआ है।
शनिवार को पीड़ित ठेकेदार ने एसपी से मिलकर सुरक्षा दिलाने और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। एसपी डॉ. यशवीर सिंह के आदेश पर भदोखर थाने में शुक्रवार की रात रंगदारी मांगने वाले आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
भदोखर थाना क्षेत्र के पासापुर गांव निवासी विकास कुमार के मुताबिक वह लोक निर्माण विभाग में ठेकेदारी करते हैं। 22 नवंबर की शाम आरोपी ने काल पर पांच हजार रुपये की रंगदारी देने के लिए कहा। पैसा न देने पर जान से मार देने की बात कही। पीडि़त के मुताबिक आरोपी अब तक कई बार धमकी देकर उनसे पैसा वसूल चुका है। कई बार विरोध किया तो आरोपी का कहना था कि पूरी रंगदारी हम अकेले नहीं लेते, ऊपर के लोगों को भी पहुंचाना होता है।
रंगदारी न देने पर आरोपी ने 24 दिसंबर को गांव स्थित भट्ठे पर अपराधियों को भेजकर उनके मुंशी एवं लोक निर्माण विभाग के ठेकेदार संतराम पासी के साथ मारपीट कराई। बावजूद उसके उल्टा थाने में उनके मुंशी के खिलाफ ही केस दर्ज करा दिया। आरोपी एक जनप्रतिनिधि का प्रतिनिधि बताकर धमकाता रहता है। सीओ सदर अमित सिंह ने बताया कि जगतपुर कोतवाली क्षेत्र के उमरी गांव निवासी रत्नाकर सिंह उर्फ पंकज सिंह के खिलाफ रंगदारी मांगने का केस दर्ज किया गया है। जांच के बाद आरोपी के खिलाफ कार्रवाई होगी।
पीडब्ल्यूडी में हुए बवाल में आया था पंकज का नाम
शहर के इंदिरा नगर निवासी ठेकेदार आनंद तिवारी पर पांच फरवरी 2024 को पीडब्ल्यूडी कार्यालय में जानलेवा हमला किया गया था। उन्हें गंभीर चोटें आई थी। इस घटना के बाद आनंद को सुरक्षा भी मुहैया कराई गई है। इस घटना में पंकज सिंह का नाम सामने आया था। हालांकि बाद में मामले को दबा दिया गया था।
सीओ सदर अमित सिंह का कहना है कि पीडब्ल्यूडी में हुए बवाल के मामले में पंकज सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। कोर्ट से स्टे होने के चलते गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी। हालांकि चार्जशीट में पंकज का नाम दर्ज है। एक बार फिर ठेकेदार विकास पर हुए हमले के मामले को बाद मामला गरमा गया है। लोक निर्माण विभाग में कार्य करने वाले ठेकेदारों में नाराजगी है। सभी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।



